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Yoga vs Gym: योग या फिर जिम! फिटनेस और मेंटल पीस के लिए क्या है आपके लिए बेहतर?

जिम का फोकस सिर्फ मसल्स और स्ट्रेंथ बढ़ाने पर होता है, जबकि योगा शरीर, मन और सांस के तालमेल पर काम करता है.

Yoga vs Gym Yoga vs Gym
हाइलाइट्स
  • मेंटल पीस चाहिए तो शुरू करें योग

  • जिम रखता है आपको स्टॉन्ग

लोग अक्सर कंफ्यूज रहते हैं कि उनकी सेहत के लिए जिम फायदेमंद है या योग. कुछ लोगों का मानना है कि जिम जाने से बॉडी जल्दी टोन होती है, मसल्स बनती हैं और फिटनेस दिखती है, जबकि योग करने वाले कहते हैं कि योग सिर्फ शरीर नहीं मन को भी संतुलन देता है. आज की भागदौड़ भरी लाइफ में जहां स्ट्रेस और थकान आम हो गई है, वहीं ये सवाल और जरूरी हो जाता है कि आखिर हेल्दी और बैलेंस्ड लाइफ के लिए क्या सही है.

क्या है आपके लिए बेहतर-जिम या योग
इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने बात की फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग के Child & Adolescent Psychiatrist डॉ. अस्तिक जोशी से. उन्होंने बताया, यह पूरी तरह आपकी हेल्थ, लाइफस्टाइल और फिटनेस गोल पर निर्भर करता है. दोनों ही अपने-अपने तरीके से शरीर को फिट रखते हैं, लेकिन असर अलग होता है. जहां जिम शरीर की ताकत बढ़ाता है, वहीं योगा शरीर के साथ मन को भी शांत करता है.

योगा शरीर के साथ मन को भी शांत करता है
डॉ. जोशी कहते हैं, 'जिम का फोकस सिर्फ मसल्स और स्ट्रेंथ बढ़ाने पर होता है, जबकि योगा शरीर, मन और सांस के तालमेल पर काम करता है.' योग का मूल सिद्धांत 'चित्त वृत्ति निरोध' यानी मन के उतार-चढ़ाव को शांत करना है. योग के नियमित अभ्यास से तनाव, एंग्जायटी और ओवरथिंकिंग कम होती है. इसके आसन और प्राणायाम शरीर को रिलैक्स करते हैं और मेंटल पीस बढ़ाते हैं.

Yoga
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जिम कभी-कभी बढ़ा सकता है स्ट्रेस
जिम वर्कआउट से मसल्स बनती हैं, स्टेमिना बढ़ता है और शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है. लेकिन डॉ. जोशी बताते हैं, हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग के दौरान शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल बढ़ सकता है. कई बार लोग दूसरों से तुलना करने लगते हैं, जिससे मेंटल प्रेशर बढ़ता है. इसलिए अगर फोकस सिर्फ फिजिकल स्ट्रेंथ है तो जिम अच्छा ऑप्शन है, लेकिन मानसिक शांति के लिए योग ज्यादा कारगर है.

योग देता है माइंडफुलनेस और बेहतर नींद
योग का सबसे बड़ा फायदा है माइंडफुलनेस. योग और ध्यान करने से दिमाग शांत होता है और शरीर रिलैक्स रहता है. National Institutes of Health (NIH) की रिसर्च के मुताबिक नियमित योग करने से कोर्टिसोल लेवल कम होता है, नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है और मूड बेहतर होता है. योगा करने वालों में डिप्रेशन और एंग्जाइटी के लक्षण भी 40% तक कम देखे गए हैं.

फिटनेस सिर्फ बॉडी नहीं, माइंड का बैलेंस भी
डॉ. जोशी कहते हैं, 'असली फिटनेस तब होती है जब शरीर और मन दोनों संतुलन में हों.' जिम जहां शरीर की बनावट और स्टैमिना पर काम करता है, वहीं योग इमोशनल कंट्रोल सिखाता है. यह आपको शांत, केंद्रित और संतुलित बनाता है, जिससे जीवन के हर क्षेत्र में प्रदर्शन बेहतर होता है.

Yoga

कुल मिलाकर जिम और योग दोनों ही हेल्थ के लिए जरूरी हैं, लेकिन लंबे समय तक मेंटल पीस के लिए योग बेहतर है. क्योंकि जिम शरीर को फिट बनाता है, लेकिन योग आत्मा को शांत करता है.