Zydus Cadila to reduce its needle-free Covid vaccine price to Rs 265/dose 
 Zydus Cadila to reduce its needle-free Covid vaccine price to Rs 265/dose सूत्रों ने रविवार को जानकारी दी कि जाइडस कैडिला सरकार के साथ लगातार बातचीत के बाद अपनी कोरोना वैक्सीन की कीमत 265 रुपये प्रति खुराक पर लाने के लिए सहमत हो गई है. हालांकि इस पर अंतिम फैसला होना बाकी है. निडिल फ्री ZyCov-D वैक्सीन को लेने के लिए प्रत्येक खुराक के साथ 93 रुपये की लागत वाले एक डिस्पोजेबल दर्द रहित जेट एप्लीकेटर की आवश्यकता होती है, जिसके बाद इस इंजेक्शन की कीमत 358 रुपये प्रति खुराक हो जाती है.
एक सूत्र ने कहा था कि अहमदाबाद स्थित फार्मा कंपनी ने पहले अपनी तीन खुराक वाली दवा के लिए 1900 रुपये की कीमत का प्रस्ताव दिया था.
जेट एप्लीकेटर के साथ 358 रुपये होगी कीमत
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने पीटीआई को बताया,"कंपनी ने सरकार द्वारा बार-बार बातचीत के बाद, प्रत्येक खुराक के लिए कीमत को घटाकर 358 रुपये कर दिया है, जिसमें 93 रुपये के एक डिस्पोजेबल जेट एप्लीकेटर की लागत भी शामिल है. इस मामले में अंतिम निर्णय इस सप्ताह होने की संभावना है." 
दुनिया का पहला निडिल फ्री टीका
तीन खुराकों को 28 दिनों के अंतराल पर लेना होता है. स्वदेश में विकसित दुनिया का पहला डीएनए बेस्ड सुई मुक्त कोविड-19 टीका ZyCov-D को 20 अगस्त को दवा नियामक से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली थी. यह 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के किशोरों को दिया जाने वाला पहला टीका है.
टीके को देने के लिए होगी इंजेक्टर की जरूरत
इस बीच, सरकार अभी भी टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) की सिफारिशों का इंतजार कर रही है, ताकि कोमोरबिडिटी (एक व्यक्ति जो एक समय में एक से अधिक बीमारी का शिकार हो) से ग्रसित वयस्कों और बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान में ZyCoV-D की शुरुआत की जा सके. एनटीएजीआई (NTAGI)इस टीके को कोविड-19 प्रतिरक्षण अभियान में शामिल करने के लिए प्रोटोकॉल और रूपरेखा प्रदान करेगा. आधिकारिक सूत्रों ने पहले कहा था कि ZyCoV-D की कीमत Covaxin और Covishield से अलग होगी क्योंकि तीन-खुराक वाला टीका होने के अलावा इसके लिए एक विशेष फार्मा जेट इंजेक्टर की आवश्यकता होती है जिसका उपयोग वैक्सीन देने के लिए किया जाता है.
एक फार्मा जेट इंजेक्टर का उपयोग लगभग 20,000 खुराक देने के लिए किया जा सकता है. सूत्रों ने बताया कि जेट का प्रयोग इसलिए किए जाता है ताकि दवाई व्यक्ति की स्किन से होकर कोशिकाओं तक आराम से पहुंच सके.