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Indian Railways: एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित होंगे पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशन, जानिए क्या मिलेंगी सुविधाएं

अमृत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पूर्वोत्तर रेलवे ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशनों के साथ देश भर में 1275 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन योजना के तहत एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.

एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित होंगे पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशन (फाइल फोटो) एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित होंगे पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशन (फाइल फोटो)

देश के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना की पॉलिसी बनाई है. इसके तहत रेलवे स्टेशनों को भविष्य के हिसाब से मास्टर प्लान के तहत तैयार किया जाएगा. पूरे देश में 1275 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के तौर पर विकसित करने की तैयारी है. इस योजना के तहत पूर्वोत्तर रेलवे के 48 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का प्लान है.

रेलवे स्टेशनों के विकास का क्या है प्लान-
रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना चलाई गई है. मुसाफिरों की सुविधा के लिए अमृत भारत स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज की जगह रूफ प्लाजा बनाया जाएगा. इसको इसलिए तैयार किया जा रहा है, ताकि रेलवे स्टेशनों पर अचानक भीड़ बढ़ने से भी मुसाफिरों को कोई दिक्कत ना हो और मुसाफिर आसानी से और समय रहते निर्धारित प्लेटफॉर्म पर पहुंच जाएं. ये रूफ प्लाजा कम से कम 12 मीटर चौड़ा होगा. जबकि एफओबी की चौड़ाई करीब 3 मीटर ही होती है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रूफ प्लाजा मुसाफिरों के लिए कितना सुविधाजनक होगा.

एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित होंगे स्टेशन-
अमृत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. भविष्य की जरूरतों को देखते हुए स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा. एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशनों पर सुविधाएं दी जाएंगी. रेलवे स्टेशन के परिसर हरियाला से भरे रहेंगे. इसके अलावा स्टेशन आकर्षक होंगे और स्टेशनों के क्षेत्रीयता के आधार पर विकसित किया जाएगा. पोर्च और फसाड अन्य स्टेशनों से अलग पहचान दिलाएंगे.

देश के 1275 स्टेशन होंगे विकसित-
अमृत काल में देश के 1275 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन योजना के तहत बदलने की प्लानिंग है. इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के 48 स्टेशन शामिल हैं. पूर्वोत्तर रेलवे में प्रथम चरण में लखनऊ मंडल के 15 और वाराणसी मंडल के 5 रेलवे स्टेशनों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं. रेलवे प्रशासन ने व्यवहार्यता अध्ययन, मास्टर प्लानिंग व डिजाइन तैयार करने के लिए वास्तु और तकनीकी सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. रेलवे के 8 विभागों की संयुक्त टीम गति शक्ति यूनिट को स्टेशनों के नवनिर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

नवनिर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू-
पूर्वोत्तर रेलवे के भटनी, सलेमपुर, बेल्थरा रोड, मऊ, आजमगढ़, बस्ती, खलीलाबाद, मगहर, स्वामीनारायण छपिया, रामघाट, सिद्धार्थनगर, बढ़नी, बलरामपुर, बहराइच, सीतापुर जंक्शन, मैलानी, ऐशबाग, लखनऊ सिटी, डालीगंज और बादशाहनगर रेलवे स्टेशनों को विकसित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूर्वोत्तर रेलवे के 48 रेलवे स्टेशनों को विकसित किया जाना है. मास्टर प्लान बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है. स्टेशनों के निर्माण के लिए भी टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. स्टेशनों का विकास आगामी 50 वर्ष की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर किया जाना है, जिसका लाभ आम यात्रियों के अतिरिक्त स्थानीय लोगों को मिलेगा.

(गोरखपुर से विनित पांडेय की रिपोर्ट)

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