Agenda Aaj Tak 2025
Agenda Aaj Tak 2025 एजेंडा आजतक के 13वें संस्करण का आगाज हो चुका है. इसका आयोजन राजधानी दिल्ली के ताज पैलेस होटल में हो रहा है. इसमें राजनीति, खेल से लेकर मनोरंजन तक के प्रभावशाली चेहरे शिरकत करेंगे. पहले दिन एजेंडा आज तक के मंच पर वीर चक्र से सम्मानित कर्नल कोषांक लांबा, शौर्य चक्र से सम्मानित मेजर युद्धवीर सिंह, वीर चक्र विजेता नायब सूबेदार सतीश कुमार और सेना मेडल विजेता हवलदार अमित कुमार शामिल हुए. इन बहादुर जवानों ने कई ऑपरेशन का किस्सा सुनाया.
कर्नल लांबा ने सुनाया ऑपरेशन सिंदूर का किस्सा-
कर्नल कोषांक लांबा ने ऑपरेशन सिंदूर का किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि मेरी भूमिका अपनी रेजिमेंट में कमांड अधिकारी की थी. मेरी भूमिका एक टुकड़ी को ऑपरेशन के इलाके में लेकर जाना, दुश्मन को इस मूवमेंट की इसको खबर ना लगे, इसके लिए सरप्राइज बनाए रखना, टारगेट को जांचकर उनके एनालिसिस में मदद करना की थी.
सतीश कुमार सुनाया ड्रोन वाला किस्सा-
वीर चक्र विजेता नायब सूबेदार सतीश कुमार ने बताया कि 10 मई 2025 को सुबह 6 बजे दुश्मन की मोटर पोजिशन के ऊपर हमारी मोटर पोजिशन पर फायर आया. सीओ साहब ने आदेश दिया कि आप फायर शुरू करो तो हमने फायर शुरू किया. कुछ देर तक दोनों तरफ से फायरिंग चल रही है. कुछ देर बाद हमारे संतरी ने देखा कि करीब 150 मीटर ऊपर एक ड्रोन उड़ रहा है तो उसके ऊपर हमने फायर किए तो ड्रोन वापस चला गया. कुछ देर के लिए फायर रुक गया. इसके बाद सीओ साहब से आदेश मिला कि आप अल्टरनेटिव पॉजिशन में जाओ और फायर करो. उसके बाद हम उधर गए और फायर शुरू किया. कुछ देर से बाद दुश्मन की 2 मोटर पॉजिशन से फायर आना शुरू हो गया.
इसके बाद सीओ साहब ने पूछा कि क्या आप एक साथ दोनों से एंगेज कर सकते हैं. मैंने कहा कि मैं कर सकता हूं. इसके बाद हमने दोनों टारगेट को एंगेज कराया.
आतंकी को घेरकर मारने का वाला किस्सा-
शौर्य चक्र विजेता मेजर युद्धवीर सिंह ने बताया कि ये ऑपरेशन अप्रैल 2022 का था. उस समय हम एक जगह पर सर्च ऑपरेशन में थे. उस दौरान कमांडिंग ऑफिसर ने बताया कि आपको दूसरे प्वाइंट पर टेरेरिस्ट का एक दस्ता मूव करने वाला है. इसके बाद हमने एक छोटी टीम बनाई. प्लान बनाया. हमने कई सर्विलांस प्वाइंट बनाए. उसी में से एक सर्विलांस प्वाइंट पर एक गाड़ी आई. गाड़ी की पहचान हुई. उसके बाद हमने उस गाड़ी का पीछा किया. लेकिन जिस इलाके से वो गाड़ी जा रही थी, उधर गांव थे, मार्केट एरिया था. ऐसे इलाके में हम काउंटर नहीं करते हैं. इससे सिविलियन नुकसान ज्यादा होता है. एक प्वाइंट पर हमने अपनी गाड़ी रोकी और रोड को ब्लॉक किया. जब गाड़ी आई तो हमने उसे रोका, लेकिन गाड़ी के अंदर से फायरिंग की गई. इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग हुई. जिसमें एक आतंकी गाड़ी में ही मारा गया था. दूसरा आतंकी पास के एक मकान में छिप गया. हमने उसे घेर लिया. हमें पता था कि ये गांव में घुस जाएगा तो नुकसान होगा. हमने उस मकान में उस आतंकी को मार गिराया. वो बाहर से आया था. वो कई घटनाओं में शामिल था.
4 आतंकी को मारने वाला किस्सा-
अमित कुमार ने बताया कि यह ऑपरेशन काफी बड़ा था. ये ऑपरेशन 29 जनवरी 2022 को पुलवामा के छोटा गांव नारिया में हुआ था. करीब 2 बजे हमें पता चला तो हमने 2 टीमें बनाई. दोनों टीमें अलग-अलग रास्तों से गांव में घुसी. हमने गांव के 10-12 घर को घेर लिया. हमने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. एक घर में हमने बाहर से आवाज लगाई तो आतंकी फायर करने लगे. 10-12 राउंड फायरिंग हुई. लेकिन हमारे पास शील्ड था. इसके बाद हमने घरवालों को सबसे पहले बाहर निकाला. घरवालों से आतंकियों की जानकारी ली. इसके हमने अंदाजा लगा लिया कि उनके पास एके 47 है. हमने उनको एक मौका दिया कि बाहर आ जाओ. लेकिन उन्होंने फिर फायर किया. इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई. फायर फाइट चलती रही. ड्रोन से चारों तरफ के एरिये को कंट्रोल किया. रात को 2 बजे के करीब भारी फायर किया और भागने की कोशिश की. उसके बाद ड्रोन से पता चला कि कंपाउंड में 2 आतंकी मारे गए थे. लेकिन 2 के बारे में अभी भी पता नहीं चला था. लेकिन दोनों दूसरे मकान में चले गए थे और दोनों अलग-अलग हो गए. इसके बाद हमने इंतजार किया. इसके बाद जैसे ही सुबह हुई, हमने दो टीम बनाई और सर्च शुरू किया. एक मकान में जैसे ही हम घुसे तो एक आतंकी फायर करने लगा. इसके बाद उसे मार गिराया. इसके बाद दूसरे आतंकी को मार गिराया गया. इस तरह से चारों आतंकी को मार दिया गया.
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