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साउथ कोरिया पहुंचा अमेरिका का USS रोनाल्ड रीगन, जानिए कितना ताकतवर है ये एयरक्राफ्ट कैरियर

उत्तर कोरिया के खतरे के खिलाफ अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास से पहले अमेरिकी जहाज यूएसएस रोनाल्ड रीगन दक्षिण कोरिया के बुसान तट पर पहुंच गया है.

हाइलाइट्स
  • दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार

  • ताइवान के पास किया था तैनात 

परमाणु शक्ति से चलने वाला विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan)संयुक्त सैन्य अभ्यास से पहले दक्षिण कोरिया पहुंच गया है. इस अभ्यास का लक्ष्य उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरों के बीच ताकत के प्रदर्शन करना है. रोनाल्ड रीगन और उसके साथ आने वाले स्ट्राइक फोर्स के जहाज शुक्रवार को दक्षिणी बंदरगाह शहर बुसान में एक नौसैनिक अड्डे पर उतरे.

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार
उत्तर कोरिया के बड़े हथियारों के परीक्षण और दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर बढ़ते परमाणु खतरों के मद्देनजर इस साल ये सहयोगी देश बड़ें पैमाने पर सैन्य अभ्यास करेंगे. चीन को काबू करने के लिए 90 फाइटर जेट वाला USS Ronald Reagan को अमेरिका ने उतारा था. इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा विमान वाहकपोत माना जाता है. रोनाल्ड रीगन का नाम पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के नाम पर दिया गया है. USS रोनाल्ड रीगन पर तीन तरह के घातक हथियार तैनात हैं.

ताइवान के पास किया था तैनात 
संयुक्त अभ्यास में 2017 के बाद पहली बार अमेरिका के विमानवाहक जहाज को शामिल किया गया है, जब अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल परीक्षणों के जवाब में तीन विमान वाहक जहाजों और रीगन को दक्षिण कोरिया के साथ नौसेना अभ्यास के लिए भेजा था. उत्तर कोरिया ने युद्ध के लिए पूर्वाभ्यास और वाशिंगटन और सियोल द्वारा शत्रुतापूर्ण नीतियों के प्रमाण के रूप में पिछली अमेरिकी सैन्य तैनाती और संयुक्त अभ्यास की निंदा की.

चीन को काबू में रखने के लिए अमेरिका ने इस परमाणु एयरक्राफ्ट करियर को ताइवान के पास तैनात किया था. इस युद्धपोत में लड़ाई के लिए जरूरी सभी खासियत मौजूद हैं. इसे 12 जुलाई 2003 को अमेरिकी नौसेना को सौंपा गया था. तबसे यह् अमेरिका के सातवें फ्लीट का प्रमुख जंगी जहाज है.

क्या हैं खूबियां?
इसकी डिस्प्लेसमेंट 1.01 लाख टन से ज्यादा है. वहीं इसकी लंबाई 1092 फीट है. दो परमाणु रिएक्टर इस एयरक्राफ्ट को ताकत देते हैं. इसके अलावा इसमें चार स्टीम टरबाइन हैं. यह 56 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पानी में चल सकता है. इसकी ताकत इतनी है कि ये लगातार 20 से 25 साल तक चल सकता है. यह इतना बड़ा है कि इस पर 90 फिक्स्ड विंग्स विमान और हैलीकॉप्टर तैनात हो सकते हैं. इसपर 2480 सैनिक तैनात हो सकते हैं. इसमें SLQ-25A Nixie टॉरीपीडो काउंटरमेजर सिस्टम लगा है. यह दुश्मन के आने का समय और गति पहले से ही बता देता है.

इस जंगी जहाज पर तीन तरह के घातक हथियार तैनात हैं. पहले का नाम है Evolved Sea Sparrow Missile.दूसरा है Rolling Airframe Missile.तीसरे का नाम है CIWS मतलब क्लोज-इन वेंपस सिस्टम. ये तीनों दुश्मन के विमानों, ड्रोन्स, राकेट्स और मिसाइलों से जहाज को बचा सकते हैं.