
अजमेर की गंज थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 'लूटेरी दुल्हन' गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दबिश देकर इस गिरोह की तीन महिला सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इन महिलाओं पर अजमेर के एक युवक से शादी के नाम पर एक लाख 85 हजार रुपए ठगने और शादी के अगले ही दिन फरार होने का आरोप है.
क्या है मामला?
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मामला तब सामने आया जब अजमेर के एक पीड़ित युवक ने गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई. युवक का कहना था कि उसकी शादी नहीं हो पाने के कारण उसने एक महिला से संपर्क किया था. महिला ने उसे वाराणसी निवासी एक लड़की से मिलवाया, जिसने खुद को शादी के लिए तैयार बताया.
कब हुआ युवक को ठगी का एहसास?
युवक ने बताया कि महिला के माध्यम से बात तय हुई थी. तयशुदा योजना के अनुसार, अजमेर के आर्य समाज में एक सादे समारोह में शादी की रस्म पूरी की गई. शादी के लिए युवक से एक लाख 85 हजार रुपये की भारी-भरकम रकम वसूली गई. इस पैसे में शादी का खर्च, दुल्हन और महिला का हिस्सा शामिल था.
शादी के ठीक अगले ही दिन दुल्हन ने दरगाह जियारत का बहाना बनाया. वह घर से निकली और उसके बाद फिर कभी वापस नहीं लौटी. जब दुल्हन काफी समय तक वापस नहीं आई और उसका फोन भी बंद आने लगा, तो पीड़ित युवक को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ. उसने तत्काल गंज थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया.
पुलिस के हत्थे चढ़ी 'लुटेरी दुल्हन'
मामले की गंभीरता को देखते हुए गंज थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की. थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच का दायरा बढ़ाया. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और अन्य गुप्त सूचनाओं की मदद से आरोपियों की लोकेशन उत्तर प्रदेश में ट्रेस की.
पुलिस टीम ने बिना समय गंवाए उत्तर प्रदेश दबिश दी. कड़ी मशक्कत के बाद, पुलिस ने 'लूटेरी दुल्हन' गिरोह की तीन मास्टरमाइंड महिलाओं को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की. गिरफ्तार महिलाओं में मुख्य आरोपी दुल्हन, महिला और गिरोह की एक अन्य सहयोगी शामिल है. पुलिस अब गिरफ्तार महिलाओं से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उन्होंने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है, इसका खुलासा हो सके.
-चंद्र शेखर शर्मा की रिपोर्ट