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कौन हैं Lalu Yadav के करीबी Awadh Bihari Chaudhary, जो बने Bihar Legislative Assembly के Speaker

लालू प्रसाद यादव के करीबी अवध बिहारी चौधरी बिहार विधानसभा के स्पीकर चुने गए हैं. इससे पहले बीजेपी-जेडीयू सरकार में विजय कुमार सिन्हा स्पीकर थे. लेकिन उन्होंने महागठबंधन की सरकार बनने के बाद स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया था.

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मौजूदगी में अवध बिहारी ने स्पीकर के लिए किया नामांकन नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मौजूदगी में अवध बिहारी ने स्पीकर के लिए किया नामांकन
हाइलाइट्स
  • 6 बार विधायक रहे हैं अवध बिहारी चौधरी

  • लालू यादव के करीबी हैं अवध बिहारी

बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद स्पीकर के पद पर अवध बिहारी चौधरी को चुना गया है. स्पीकर का पद इस बार आरजेडी के खाते में गया है. 76 साल के अवध बिहारी चौधरी आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि अवध बिहारी चौधरी की सियासी पारी के बारे में.

अवध बिहारी का सियासी सफर-
अवध बिहारी चौधरी की सियासी हनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो 6 बार विधायक रहे हैं. पहली बार अवध बिहारी साल 1985 में सिवान से विधायक बने थे. साल 2020 में छठी बार विधायक बने हैं. उन्होंने 1985, 1990, 1995, 2000 और फरवरी 2005 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. अवध बिहारी की गिनती आरजेडी के पुराने लोगों में होती है. जब लालू प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया तो अवध बिहारी उनके साथ थे. अवध बिहारी कई बार कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं.

जेडीयू का थामा था दामन-
अवध बिहारी चौधरी ने आरजेडी से मोहभंग भी हो चुका है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अवध बिहारी ने आरजेडी का दामन छोड़ दिया था और जेडीयू में शामिल हो गए थे. लेकिन जेडीयू में भी वो ज्यादा दिन तक नहीं रह पाए. सिवान विधानसभा उपचुनाव में जेडीयू ने उनको टिकट नहीं दिया तो वो नाराज हो गए और निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया. साल 2017 में एक बार फिर अवध बिहारी ने पाला बदल दिया. उन्होंने जेडीयू छोड़ दिया और आरजेडी में शामिल हो गए. आरजेडी ने 2020 विधानसभा चुनाव में अवध बिहारी को सिवान सदर सीट से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत हासिल की. एक समय शहाबुद्दीन के साथी रहे अवध बिहारी चौधरी ने साल 2014 आम चुनाव में उनकी पत्नी हिना शहाब का विरोध किया था और बीजेपी उम्मीदवार का समर्थन किया था.

एक बार स्पीकर का चुनाव हार चुके हैं अवध-
साल 2020 विधानसभा चुनाव के बाद जेडीयू-बीजेपी की सरकार बनी. विधानसभा स्पीकर के लिए एनडीए ने विजय सिन्हा को उम्मीदवार बनाया तो महागठबंधन ने अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा. लेकिन विजय सिन्हा ने जीत दर्ज की और अवध बिहारी चौधरी को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन ढाई साल बाद अवध बिहारी चौधरी विजय सिन्हा की जगह विधानसभा स्पीकर बन गए हैं.

किसान परिवार से आते हैं अवध बिहारी-
अवध बिहारी चौधरी सिवान के पटवा के रहने वाले हैं और एक किसान परिवार से आते हैं. उनका जन्म 17 अगस्त 1954 को हुआ था. अवध बिहारी यादव बिरादरी से आते हैं और सिवान में उनका दबदबा है. वो 6 बार विधायक रहे हैं. अवध बिहारी को लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता है. कहा जाता है कि लालू यादव ने ही अवध बिहारी की सियासत में इंट्री कराई थी. 

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