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साल 2026 तक तैयार हो जाएगा बुलेट ट्रेन का पहला सेक्शन...कितना काम हुआ पूरा? क्या होगा ट्रेन का रूट, तीन घंटे में पूरा होगा मुंबई से अहमदाबाद के बीच का सफर

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का काम तेजी से चल रहा है. इस प्रोजेक्ट में करीब ढाई सौ किलोमीटर में पिलर बनाए जा चुके हैं. पीएम मोदी के गृह राज्य अहमदाबाद के वलसाड, नवसारी, सूरत, वडोदरा और आनंद जिलों में पूर्ण किए गए पुल को दिखाया गया है.

Bullet Train Bullet Train

भारत में पहला बुलेट ट्रेन सेक्शन गुजरात में बिलिमोरा और सूरत के बीच 50 किमी के खंड का काम अगस्त 2026 तक पूरा हो जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी. वैष्णव ने कवच प्रणाली के बारे में भी बात की. यह ट्रैक पर टकराव से बचाने के लिए एक स्वदेशी रूप से विकसित चेतावनी प्रणाली है, जो जून में ओडिशा के बालासोर में एक भयानक दुर्घटना के बाद सुर्खियों में आई थी, जिसमें लगभग 300 लोग मारे गए थे.

कोविड के बाद से बढ़ी ट्रेनों की संख्या
अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन प्रोजक्ट की झलक दिखाने वाला एक वीडियो शेयर किया. उन्होंने बताया कि 21 नवंबर तक इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के 251.40 किलोमीटर में पिलर बनाए जा चुके हैं. 103.24 किलोमीटर में सुपर स्ट्रक्चर भी तैयार है. यह सेक्शन 50 किलोमीटर का है. रेल मंत्री ने यह भी कहा कि भारत में नई ट्रेनों की संख्या महामारी से पहले की तुलना में बढ़ गई हैं. 1,768 मेल/एक्सप्रेस सेवाओं से बढ़कर अब 2,124 हो गई है, और 5,626 उपनगरीय सेवाओं से बढ़कर अब 5,774 हो गई हैं. उन्होंने कहा कि इसी अवधि में यात्री ट्रेनों की संख्या 2,792 से बढ़कर 2,856 हो गई है. बुलेट ट्रेन के बारे में अश्विनी वैष्णव का बयान, पिछले सप्ताह के उनके अपडेट के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिसमें 100 किमी पुल और 230 किमी घाट का काम पूरा करना शामिल है, जिसका बिलिमोरा-सूरत खंड एक हिस्सा है.

अश्विनी वैष्णव ने X पर जो वीडियो पोस्ट किया, उसमें पीएम मोदी के गृह राज्य अहमदाबाद के वलसाड, नवसारी, सूरत, वडोदरा और आनंद जिलों में पूर्ण किए गए पुल को दिखाया गया है. वीडियो में दिखाया गया है कि मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर के हिस्से के रूप में 6 नदियों-वलसाड जिले में पार और औरंगा, नवसारी में पूर्णा, मिंधोला, अंबिका और वेंगानिया पर पुल बनाए जा रहे हैं. कुल मिलाकर, रेलवे ने 2022/23 में 640 करोड़ यात्रियों को सेवा दी. वहीं साल 2023/24 का लक्ष्य 750 करोड़ है.

क्या होगा पहली बुलेट ट्रेन का रूट
देश की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी PM शिंजो आबे ने 14 सितंबर 2017 को अहमदाबाद में इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था. इस प्रोजेक्ट का नाम मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर रखा गया है.

अभी कितना हो चुका है निर्माण
नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के मुताबिक बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत 40 मीटर लंबे फुल स्पैन बॉक्स गर्डर्स और सेगमेंट गर्डर्स को जोड़कर 100 किमी तक वायडक्ट का निर्माण किया जा चुका है. वायडक्ट एक पुल जैस स्ट्रक्चर होता है जो दो पिलर को आपस में जोड़ता है. इस प्रोजेक्ट के तहत गुजरात की 6 नदियों पार (वलसाड जिला), पूर्णा (नवसारी जिला), मिंधोला (नवसारी जिला), अंबिका (नवसारी जिला), औरंगा (वलसाड जिला) और वेंगानिया (नवसारी जिला) पर पुल का निर्माण हो रहा है.

तीन घंटे में पूरा होगा सफर?
यह ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलेगी और कुल 508 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. इस बीच कुल 12 स्टेशन पड़ेंगे. मुंबई, ठाणे, विरार, भोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वड़ोदरा, आणंद, अहमदाबाद और साबरमती हो सकते हैं. इनमें मुंबई स्टेशन अंडरग्राउंड होगा. इस प्रोजेक्ट का कुल बजट 1.08 लाख करोड़ रुपये है. मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन 508 किमी का सफर तीन घंटे में तय करेगी. मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 350 किमी/घंटा होगी. अभी मुंबई-अहमदाबाद के बीच नॉर्मल ट्रेन से दूरी 7-8 घंटे की है जोकि दुरंतो दोनों शहरों के बीच का सफर साढ़े पांच घंटे में तय करती है.

किसको मिली है जिम्मेदारी
हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के फाइनेंस, कंस्ट्रक्शन, रखरखाव और मैनेजमेंट का काम NHSRCL के पास है. केंद्र सरकार ने कंपनी एक्ट 2013 के तहत 12 फरवरी 2016 को बुलेट ट्रेन के लिए अलग से ये कंपनी बनाई थी. प्रोजेक्ट स्टार्ट होने से पहले जापान में 1 हजार से ज्यादा इंजीनियरों, वर्क लीडर्स टेक्नीशियंस को ट्रेनिंग दी जाएगी.