scorecardresearch

ग्रेटर नोएडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया 6500 करोड़ रुपये के निवेश वाले डेटा सेंटर का उद्घाटन...अब कंपनियों का डेटा हो सकेगा स्टोर

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मैन पावर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा में देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर का लोकार्पण किया. इस डाटा सेंटर के आने से प्रदेश में कंपनियों, शिक्षण संस्थानों, सरकारी एजेंसियों को आसानी से डाटा उपलब्ध हो सकेंगे.

Noida Data centre Noida Data centre
हाइलाइट्स
  • कंपनियों का डेटा स्टोर हो सकेगा

  • कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के सबसे बड़े डाटा सेंटर की सौगात दे दी है. सीएम ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फाइव स्थित 6500 करोड़ रुपये के निवेश वाले योट्टा डाटा सेंटर के पहले टावर का लोकार्पण किया. मुख्यमंत्री की मौजूदगी में अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार व नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने योट्टा कंपनी के साथ अगले पांच से सात वर्षों में 39 हजार करोड़ रुपये के निवेश करने पर अनुबंध भी किया.

साथ ही डाटा सेंटर के दो नए टावरों के निमाण की आधारशिला भी रखी गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार शाम करीब 4.30 बजे नॉलेज पार्क फाइव स्थित योट्टा डाटा सेंटर पहुंचे और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स आईटी, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्र शेखर व उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और मुख्य सचिव डीएस मिश्र की मौजूदगी में डाटा सेंटर का लोकार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप ने बीते साल पहली बार मुंबई से बाहर निकलते हुए उत्तर प्रदेश में डाटा सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया. इनवेस्ट यूपी के अंतर्गत कंपनी ने डाटा सेंटर के लिए ग्रेटर नोएडा को चुना. उन्होंने कहा कि इस डाटा सेंटर में आगामी पांच वर्षों में कुल छह टॉवरों का निर्माण होना है, जिससे करीब 39 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. 

कंपनियों का डेटा स्टोर हो सकेगा
यह देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर है. यह उपलब्धि ग्रेटर नोएडा के नाम आ गई है. उन्होंने कह कि डाटा सेंटर क्षेत्र की कई और कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में निवेश की इच्छा जता रही हैं. मुख्यमंत्री ने हीरानंदानी ग्रुप के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि डाटा सेंटर क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा अब और भी बड़ा मुकाम हासिल करेगा. इस डाटा सेंटर के आने से प्रदेश में कंपनियों, शिक्षण संस्थानों, सरकारी एजेंसियों को आसानी से डाटा उपलब्ध हो सकेंगे. उनको अपना डाटा स्टोर रखने के लिए सुरक्षित सर्वर मिल सकेगा. सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब आदि) प्लेटफॉर्म के ही करोड़ो उपभोक्ता हैं, उनका डाटा सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी. इसके अलावा बैंकिंग, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन व आधार आदि का डाटा भी इस डाटा सेंटर में सुरक्षित रहेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में मोबाइल व इंटरनेट 20 फीसदी उपभोक्ता भारत का है, लेकिन डाटा स्टोरेज के लिए हमें दूसरों के यहां जगह तलाशनी पड़ती थी. 

कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं
उत्तर प्रदेश देश सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य हैं. यहां डाटा स्टोरेज, डाटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण का एरिया आईटी उद्योग का प्रमुख केंद्र है. देश-विदेश से अनेक निवेशक यहां निवेश कर रहे हैं. यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर विश्वस्तरीय है. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मैन पावर है. तकनीक से ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार हो सकती है. मुख्यमंत्री ने ग्रेटर नोएडा में देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर स्थापित करने के लिए हीरा नंदानी ग्रुप के फाउंडर निरंजन हीरा नंदानी व चेयरमैन दर्शन हीरानंदानी और सीईओ सुनील गुप्ता की सराहना की. मुख्यमंत्री ने जमीन आवंटन से लेकर अन्य औपचराकिताएं त्वरित गति से पूरा कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को भी सराहा. इस अवसर पर डॉ महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, एमलसी नरेंद्र भाटी व श्रीचंद शर्मा, विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह, विधायक तेजपाल नागर मौजूद रहे.
 

ये भी पढ़ें: