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होली पर सीएम योगी ने दी प्रदेश को नई सौगात, अब लखनऊ से हर जिले के लिए चलेंगी बसें, लॉन्च की गई मोबाइल एप भी

यूपी सरकार ने लोगों को राहत देने के लिए लखनऊ से यूपी के हर एक जिले के लिए बसें चलाई हैं और एक खास एप्लिकेशन, यूपी राही भी लॉन्च की गई है.

CM Yogi CM Yogi
हाइलाइट्स
  • सीएम ने की परिवहन निगम के कर्मचारियों की सराहना 

  • 1000 नई बसों के लिए दिए 400 करोड़ 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रंगों के त्योहार होली पर यूपी को बसों का उपहार दिया. राजधानी लखनऊ से अब हर जिले के लिए बसें चलेंगी. शनिवार को कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के 50वें स्वर्णिम वर्ष पर आधारित डाक विभाग की ओर से जारी विशेष आवरण व विरुपण का अनावरण किया. 

उन्होंने 76 नई राजधानी व 39 साधारण सेवा की बसों को हरी झंडी दिखाई और ऑनलाइन रिजर्वेशन व यात्री फी़डबैक एप्लीकेशन ऐप 'यूपी-राही' की लॉन्चिंग की. 

परिवहन निगम के कर्मचारियों की सराहना 
सीएम योगी ने कहा कि परिवहन निगम के कार्यों को बचपन से देखने व जानने का अवसर मिलता था. सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज कुंभ और कोरोना के दौरान परिवहन निगम की भूमिका सराहनीय रही. कुंभ के 45 दिन के आयोजन में 24 करोड़ श्रद्धालु सहभागी बने. इसके लिए परिवहन निगम के बेड़े में राज्य सरकार ने 5 हजार नई बसें उपलब्ध कराई थीं. श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा कराने में परिवहन निगम ने अच्छी भूमिका का निर्वहन किया था.

वहीं, सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान 25 मार्च 2020 को लॉकडाउन लागू हुआ तो दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र समेत देश के अलग-अलग राज्यों से हजारों श्रमिक व कामगार अपने गांवों की तरफ चल दिए. दिल्ली व अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों पर हजारों की भीड़ लग गई. जब यह दृश्य दिखने लगा तो परिवहन निगम की आकस्मिक बैठक बुलाई गई. बताया गया कि यूपी के पास 12 से 14 हजार बसों का बेड़ा है. यूपी सरकार ने बिना देर किए परिवहन निगम को लोगों की मदद करने के लिए कहा. 

लाखों लोगों को पहुंचाया उनकी मंजिल तक 
सीएम ने कहा कि कोरोना में परिवहन निगम के कर्मचारी जान की परवाह किए बिना प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर काम कर रहे थे. यूपी, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, असम तथा यूपी की ओर से मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड आदि स्थानों तक जाने वाले कुल एक करोड़ नागरिकों को गंतव्य तक पहुंचाने में लगे थे. 

इन कर्मचारियों ने पुलिस, होमगार्ड व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ काम किया. उसी दौरान 500 बसें कोटा भेजकर वहां फंसे बच्चों को सुरक्षित लाया गया. चालकों-परिचालकों ने 15 हजार बच्चों को घर पहुंचाया. इनमें साढ़े 4 हजार बच्चे उत्तराखंड के भी थे. परिवहन निगम ने संदेश दिया कि संकट के समय हम नागरिकों के साथ हैं. 

1000 नई बसों के लिए दिए 400 करोड़ 
सीएम ने कहा कि होली पर 150 नई बसें आई हैं. अच्छी बात है कि यह बसें परिवहन निगम के वर्कशॉप में बन रही हैं. 1000 नई बस खऱीदने के लिए सरकार ने 400 करोड़ रुपये दिए हैं. बस अड्डों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने के लिए भी 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं. सीएम ने कहा कि होली पर बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ होती है. अच्छी बस सेवा दें तो आमजन को लाभ मिलेगा. लोग पर्व त्योहार मनाने घर जाते हैं. त्योहारों पर यात्रा को सुगम बनाने के लिए योगदान देना चाहिए. रक्षाबंधन पर परिवहन निगम निशुल्क यात्रा महिलाओं के लिए देता है. अच्छी सेवा को निरंतर बढ़ाना चाहिए.

लाखों युवाओं को जोड़ें रोजगार व स्वावलंबन 
सीएम ने कहा कि यूपी में एक लाख राजस्व गांव हैं. उन सभी गांवों में परिवहन निगम रेलवे व एयरपोर्ट से बेहतर सेवा दे सकता है. किसी यात्री से धोखाधड़ी नहीं होनी चाहिए. आमजन की यात्रा सुरक्षित व आसान हो, गांव से शहर और शहर से लोग गांव जा सकें. इसके लिए परिवहन निगम पर्यटन, राजस्व विभाग से बात करें. कहीं अच्छा ढाबा-होटल बनें, लोग उसका उपयोग करें.

परिवहन निगम एक लाख जगहों पर यह सुविधा उपलब्ध कराकर लाखों युवाओं को रोजगार व स्वावलंबन से जोड़ सकते हैं. सीएम ने कहा कि आपके पास बहुत अवसर है. हर जनपद, 350 से अधिक तहसीलों, 825 विकास खंड, 762 नगर निकायों को बस सेवा से जोड़ें. सीएम ने आशा जताई कि शुरू की गई इस सेवा का होली पर जनता को लाभ मिलेगा. 

साफ-सफाई पर सीएम की सीख
सीएम ने कहा कि लोगों को आने-जाने के लिए सबसे पहले बस-स्टैंड आना पड़ता है. इसलिए बस स्टैंड और बसों की साफ-सफाई अच्छी रखनी चाहिए. कर्मचारियों के लिए बस धर्मस्थल जैसी पवित्र होनी चाहिए, क्योंकि वह उनकी आजीविका का आधार है. उसकी सफाई करें और एक घंटे पहले आकर नियमित फिटनेस चेक कर लें. नागरिकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें. 

चालक-परिचालक का नियमित मेडिकल चेकअप होना चाहिए. इसके लिए परिवहन निगम को स्वास्थ्य विभाग से एमओयू करना चाहिए. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र आदि मौजूद रहे।

'यूपी राही' बनेगा यात्रियों का हमराही
यूपी रोडवेज को रेलवे और एयर कनेक्टिविटी की तरह ही समृद्ध बनाया जा रहा है. बसों के मेंटेनेंस से लेकर बस डिपो तक को आधुनिकतम सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. राजधानी लखनऊ से हर जिले के लिए बसों का संचालन शुरू किया गया है. इन सबके साथ ही अब यूपीएसआरटीसी ने टिकट बुकिंग एवं पैसेंजर फीडबैक एप को भी लांच कर दिया है. शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एप का अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग से औपचारिक शुभारंभ किया. 

यह एप यात्रियों को न सिर्फ घर बैठे बस में यात्रा के लिए एडवांस बुकिंग में सक्षम बनाएगा, बल्कि उन्हें कैशलेस सुविधा भी प्रदान करेगा. यही नहीं, एप पर यात्री अपने सफर से संबंधित समस्याओं, चालक-परिचालक के व्यवहार, बस की स्थिति और अन्य संबंधित मुद्दों पर अपना फीडबैक भी दे सकेंगे. इस एप की शुरुआत से बस में यात्रा करने वाले प्रदेश के लाखों यात्री अब हैसल फ्री यात्रा कर सकेंगे. यूपी राही एप के औपचारिक शुभारंभ के साथ ही यह एप आधिकारिक रूप से काम करने लगा हैय यात्री इसे गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. यह एप हिंदी और अंग्रेजी में है.

डिजिटल माध्यम से बुक हो सकेंगे टिकट
यूपीएसआरटीसी के जनरल मैनेजर आईटी युजवेंद्र कुमार ने बताया कि इस एप के माध्यम से यात्री डिजिटल माध्यम से टिकट बुक कर पाएंगे. हालांकि एप डाउनलोड करने के बाद उन्हें सबसे पहले खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वह एप पर मौजूद सभी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे. सबसे महत्वपूर्ण फीचर इस एप में टिकट बुकिंग को लेकर है. 

एप के माध्यम से यात्री टिकट बुक करने के लिए क्यूआर कोड, यूपीआई, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या किसी भी अन्य डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल कर सकेंगे. टिकट बुक करने के बाद यात्रियों को टिकट का प्रिटंआउट लेने की जरूरत नहीं होगी. वे एप पर ही टिकट बुकिंग का स्टेटस दिखाकर अपनी यात्रा कर सकते हैं. युजवेंद्र कुमार ने बताया कि इसके अलावा भी एप में यात्रियों के लिए कुछ और हेल्पफुल फीचर्स दिए गए हैं. इसमें यात्री अपने पुराने सफर को ट्रैक कर सकेंगे. इसमें उनके सभी पुराने ट्रांजैक्शंस को संभाल कर रखा जाएगा. 

ऐसे कर सकते हैं एप का इस्तेमाल
एप का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपको इसे गूगल प्लेस्टोर से इसे डाउनलोड करना होगा. डाउनलोड के बाद इस पर खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसमें आपको अपनी आइडेंटिटी के लिए कोई सरकारी डॉक्युमेंट नंबर (आधार कार्ड या पैन कार्ड) की जानकारी देनी होगी. रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आपका आईडी और पासवर्ड जेनरेट हो जाएगा और अब आप एप का इस्तेमाल कर सकेंगे. 

होम पेज पर आपको कहां से कहां की यात्रा करनी है, इसकी विंडो ओपन रहेगी. यहां से आप डायरेक्ट टिकट बुक कर सकते हैं. इसके अलावा आप इस एप पर अपना प्रोफाइल भी बना सकते हैं. कैंसलेशन पॉलिसी के बारे में भी इसमें विस्तार से जानकारी दी गई है. किसी तरह की हेल्प के लिए आप सपोर्ट फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं. पासवर्ड बदलने की भी सुविधा दी गई है. आने वाले समय में आप इस एप के माध्यम से अपनी ट्रिप को प्लान करने में भी सक्षम होंगे.