Control Room for stranded people in Ukraine
Control Room for stranded people in Ukraine यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए कड़े प्रयास किए जा रहे हैं. बच्चों को वापस लाने के लिए अलग-अलग जगह पर वॉर रूम से लेकर कंट्रोल रूम खोले गए हैं. इनके जरिए यूक्रेन में भारतीयों से संपर्क साधन की कोशिश लगातार की जा रही है. इसी के तहत राजधानी के तेलंगाना भवन में एक कंट्रोल रूम खोला गया है.
अब तक आ चुकीं 300 से ज्यादा कॉल्स
तेलंगाना भवन के इस कंट्रोल रूम में यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स से लगातार संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. भारतीय स्टूडेंट्स के पैरेंट्स के फोन लगातार इस कॉल सेंटर पर आ रहे हैं. यह कंट्रोल रूम 24*7 चालू है और अब तक 300 से जायदा कॉल्स आ चुके हैं. तेलंगाना भवन के रेसिडेंट कमिश्नर डॉ गौरव उपाल बताते हैं कि अभिभावक और बच्चे लगातार कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर रहे हैं.
पश्चिमी यूक्रेन से आ रही हैं ज्यादातर कॉल्स
जैसे ही बच्चों के फोन आते हैं वैसे ही सबसे पहले उनका नाम, मोबाइल नंबर, यूनिवर्सिटी का नाम, शहर का नाम, पासपोर्ट नंबर जैसी तमाम जानकारियां इकट्ठा की जाती है. इसके बाद जानकारी को विदेश मंत्रालय भेजा जाता है. वहां से हम कोऑर्डिनेट करके आगे की प्रक्रिया तय करते हैं. ज्यादातर कॉल पश्चिमी यूक्रेन में रहने वाले बच्चों की आ रही हैं. अभिभावक और बच्चे लगातार 24*7 कॉल कर रहे हैं. बच्चे घबराए हुए जरूर हैं लेकिन हम उनको आश्वासन दे रहे हैं कि उन्हें जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी भारत वापस लाने की कोशिश की जा रही है.
इस कंट्रोल रुम में कुल 8 लोगों की टीम काम कर रही है. ये टीम दिन रात लगातार बच्चों से बात कर उनसे जानकारियां लेने का काम कर रही है. सभी जानकारी आगे विदेश मंत्रालय तक पहुंचाई जा रही है.