DDA
DDA राजधानी में आवास की बढ़ती जरूरतों और लगातार चल रही हाउसिंग स्कीमों के बावजूद दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के हजारों फ्लैट आज भी बिना खरीदार पड़े हुए हैं. संसद में पेश एक लिखित जवाब में खुलासा हुआ है कि DDA के पास इस समय 34,052 फ्लैट अनसोल्ड हैं. सबसे चिंताजनक स्थिति नरेला की है, जहां अकेले 31,487 फ्लैट खाली हैं.
यह जानकारी अमरावती से कांग्रेस सांसद बलवंत बसवंत वानखड़े द्वारा पूछे गए सवाल पर संसद में दी गई है.
नरेला में 62 हजार फ्लैट बने, लेकिन सिर्फ 31 हजार बिके
सरकारी आंकड़ों के अनुसार नरेला में DDA ने 62,801 फ्लैट बनाए. इनमें से अब तक केवल 31,314 फ्लैट आवंटित किए जा सके. यानी करीब 31,487 फ्लैट खाली पड़े हैं. नरेला में कई बार स्कीमें चलाई गईं, छूट दी गई, कनेक्टिविटी सुधारने की कोशिश की गई, लेकिन खरीदारों की दिलचस्पी अभी भी बेहद कम है
बार-बार छूट, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों
विशेषज्ञ बताते हैं कि कुछ प्रमुख कारणों की वजह से फ्लैट नहीं बिक पा रहे. नरेला जैसे इलाकों में अधूरी या धीमी कनेक्टिविटी आसपास बुनियादी सुविधाओं का अभाव कुछ प्रोजेक्ट्स में निर्माण गुणवत्ता को लेकर सवाल लोगों का लोकेशन से संतोष नहीं होना
DDA समय-समय पर डिस्काउंट स्कीमें चलाता रहा है, पर खाली पड़े यूनिटों की संख्या में खास कमी नहीं आई. अगले वित्त वर्ष में 6,100+ फ्लैट लॉन्च अनसोल्ड इन्वेंट्री को घटाने और नए खरीदारों को आकर्षित करने के लिए DDA ने आगामी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए दो बड़े प्रोजेक्ट तैयार किए हैं.
1. कड़कड़डूमा टॉवरिंग हाइट्स- दिल्ली की पहली TOD साइट
यह दिल्ली का पहला ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) प्रोजेक्ट होगा, जिसका मकसद मेट्रो स्टेशन, मार्केट और आवासीय परिसर को एक साथ विकसित करना है.
इसमें होंगे:
1,026 MIG (2BHK) फ्लैट
498 छोटे 1-RK फ्लैट, विशेष रूप से सामुदायिक सेवा कर्मचारियों के लिए
2. कर्मयोगी आवास योजना 2025- नरेला
DDA ने नरेला में बड़ी हाउसिंग योजना भी घोषित की है:
कुल 3,656 फ्लैट, जिनमें
856 HIG (3BHK)
1,800 MIG (2BHK)
1,000 1BHK
साथ ही पॉकेट-11 में 3,666 अतिरिक्त फ्लैट भी लॉन्च होंगे.
900 HIG
1,750 MIG
1,016 EWS
DDA का कहना है कि नए प्रोजेक्ट अधिक आधुनिक और बेहतरीन लोकेशन वाले होंगे, जिससे खरीदारों का भरोसा बढ़ेगा. साथ ही पुराने फ्लैटों के स्टॉक को धीरे-धीरे कम किया जाएगा.
-सुशांत मेहरा की रिपोर्ट