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अच्छी पहल! वर्षों से बर्बाद हो चुकी DDA की जमीन को बदला खूबसूरत पार्क में, आज बन चुका है शहीद भगत सिंह पार्क

साल 2017 में कर्मवीर ने सामने खराब पड़ी जमीन की दयनीय स्थिति को देखकर सोचा कि क्यों ना इसे साफ किया जाए. ये जगह जुआ खेलने वालों, शराब पीने वालों का अड्डा बन चुकी थी, जिसकी वजह से आसपास में रहने वाले लोग इसमें कचरा डालने लगे थे, जिसकी वजह से यहां ज्यादातर वक्त या तो आग लगी रहती थी या फिर जुआ खेलने वाले लोग यहां बैठकर जुआ खेला करते थे.

कर्मवीर कर्मवीर
हाइलाइट्स
  • कर्मवीर ने की जगह की सफाई

  • खाली पड़ी जगह पर लोग फेंकते थे कचरा

अपने घर के सामने कई दशकों से पड़े कचरे के ढेर से बर्बाद हो चुकी डीडीए की हजारों गज जमीन को आज 3 साल की मेहनत के बाद एक युवक ने खूबसूरत पार्क में तब्दील कर दिया है. पहले यह पार्क कचरे के ढेर से भरा जमीन का एक टुकड़ा था, पर अब यह पक्षियों और खूबसूरत पेड़ पौधों का आशियाना बन चुका है. आज इसे शहीद भगत सिंह पार्क के नाम से जाना जाता है.

कर्मवीर
कर्मवीर

खाली पड़ी जगह पर लोग फेंकते थे कचरा 

दरअसल, साल 2017 में कर्मवीर सिंह नाम के एक शख्स ने सामने खराब पड़ी जमीन की दयनीय स्थिति को देखकर सोचा कि क्यों ना इसे साफ किया जाए. ये जगह जुआ खेलने वालों, शराब पीने वालों का अड्डा बन चुकी थी, जिसकी वजह से आसपास में रहने वाले लोग इसमें कचरा डालने लगे थे, जिसकी वजह से यहां ज्यादातर वक्त या तो आग लगी रहती थी या फिर जुआ खेलने वाले लोग यहां बैठकर जुआ खेला करते थे.

पार्क में फेंका गया कचरा
पार्क में फेंका गया कचरा

कर्मवीर ने की जगह की सफाई 

ऐसे में कर्मवीर ने इस जगह की सफाई शुरू की. शुरुआत में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इस दौरान सभी मोहल्ले वाले ये सोचने लगे कि वह इस जमीन को हथियाना चाहते हैं इसलिए ऐसा कर रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे कचरा साफ होता गया वैसे वैसे मोहल्ले वालों का भरोसा कर्मवीर के काम पर बढ़ने लगा और धीरे-धीरे लोग उनकी मदद के लिए आगे आने लगे. 

पार्क
पार्क

कर्मवीर बताते हैं की शुरुआत में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन जैसे-जैसे पार्क बनता गया लोग उनकी मदद करने लगे. 

पार्क
शहीद भगत सिंह पार्क

अवैध रूप से चल रही थी मुर्गा-मछली मंडी

पहले इस जगह पर अवैध रूप से एक मुर्गा-मछली मंडी चल रही थी, उसे हटवाने के लिए भी कर्मवीर ने बहुत मुश्किलों का सामना किया लेकिन हार नहीं मानी और आखिरकार इस डीडीए की जमीन को एक पार्क में तब्दील कर दिया. आज यहां बच्चे खेलते हैं, बड़े बूढ़े घूमने आते हैं, लोग तो इसको स्वर्ग तक कहने लगे हैं.  

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