
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) का टर्मिनल-2 यात्रियों के लिए 26 अक्टूबर 2025 से फिर से शुरू होगा. इसे अपग्रेड करने के लिए इस साल अप्रैल में अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था.
120 फ्लाइट्स शिफ्ट होंगी
एयर इंडिया और इंडिगो की करीब 120 घरेलू फ्लाइट्स अब टर्मिनल-2 से चलेंगी. इससे दूसरे टर्मिनलों पर भीड़ कम होगी और यात्रियों को आसानी होगी.
यात्रियों के लिए नई सुविधाएं
सेल्फ बैगेज ड्रॉप (SBD) काउंटर: यात्री खुद अपना सामान चेक-इन कर सकेंगे, जिससे कतारें और प्रतीक्षा समय घटेगा.
भारत के पहले ऑटोनॉमस डॉकिंग पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज: दक्षिण कोरिया से मंगाए गए छह आधुनिक ब्रिज जल्दी और सुरक्षित बोर्डिंग की सुविधा देंगे. इनमें व्हीलचेयर रैंप, अतिरिक्त सुरक्षा कुशन और स्विंग डोर जैसी सुविधाएं शामिल हैं.
आधुनिक आर्किटेक्चर: नई छतें, स्काईलाइट और उन्नत फ्लोरिंग से टर्मिनल उज्ज्वल और खुला दिखेगा.
बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर: अपग्रेडेड HVAC सिस्टम, फायर सेफ्टी इंस्टॉलेशन और मजबूत इलेक्ट्रिकल नेटवर्क अब टर्मिनल को अधिक सुरक्षित और टिकाऊ बनाएंगे.
नया FIDS सिस्टम और बेहतर साइनज: यात्रियों को रियल-टाइम उड़ान जानकारी और PRM (Persons with Reduced Mobility) के लिए आसान पहुंच सुनिश्चित की गई है.
रोड और एयरसाइड अपग्रेड
टर्मिनल तक पहुंचने के लिए सड़क मार्गों में सुधार किया गया है, ताकि यात्री आवाजाही अधिक सुगम हो. वहीं, एयरसाइड और एप्रन क्षेत्रों को भी उन्नत किया गया है ताकि बढ़ती उड़ान गतिविधियों को संभाला जा सके.
सुरक्षा और टेक्नोलॉजी में सुधार
टर्मिनल-2 में अब नया एचवीएसी सिस्टम, बेहतर फायर सेफ्टी, और मजबूत बिजली व्यवस्था लगाई गई है. इसके अलावा, नया हाई-रिजॉल्यूशन फ्लाइट इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम (FIDS) यात्रियों को रियल-टाइम उड़ान की जानकारी देगा. टर्मिनल-2 सिर्फ एक अपग्रेड नहीं है, बल्कि यात्रियों की पूरी यात्रा का अनुभव बदलने जैसा है. नई तकनीक और सुविधाएं यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा देंगी.
--------End----------