
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को छठ पूजा की. उन्होंने सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूर्व किदवई नगर और राजा बाजार में छठ पूजा की और कहा कि यह राजनीति करने का वक्त नहीं है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि हर किसी को खुशी के साथ छठ महापर्व मनाना चाहिए. उनकी यह टिप्पणी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के उस आरोप के बाद आयी है जब बीजेपी नेताओं ने कहा कि आदम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने यमुना नदी के किनारे छठ मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया.
अरविंद केजरीवाल छठी मईया का आशीर्वाद लेने और छठ पूजा मनाने पूर्व किदवई नगर और राजा बाजार में डीआईजेड सेक्टर-चार गए. उन्होंने इसकी तस्वीरें भी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की हैं. इस मौके पर एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हर किसी को छठी मईया का आशीर्वाद लेना चाहिए और हर्षोल्लास के साथ छठ का पर्व मनाना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि इस मौके पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं सभी की खुशी की कामना करता हूं. मैं अपने विरोधियों को भी खुशी की कामना करता हूं. मैं चाहता हूं कि किसी भी पार्टी का सदस्य राजनीति न करे और सभी को छठ खुशी-खुशी मनाना चाहिए.' अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम बड़ी मुश्किलों से कोविड-19 महामारी से निपटे हैं. कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी को अपना ख्याल रखना चाहिए और घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना चाहिए.
वहीं दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक निजी समाचार चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी आम आदमी पार्टी 'सच्चे हिंदुत्व' का पालन कर रही है. आप देश के 130 करोड़ लोगों को एकजुट करना चाहती है और देश को विकास के रास्ते पर ले जाना चाहती है. केजरीवाल ने इस आरोप को सरासर खारिज कर दिया कि हाल में अयोध्या के राम मंदिर जाकर और दिल्ली में वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा योजना को मंजूरी देकर वह मतदाताओं को लुभाने के लिए ‘नरम हिंदुत्व’ का कार्ड खेल रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि नरम हिंदुत्व क्या है. मैं इस देश के 130 करोड़ लोगों को एकजुट करना चाहता हूं, एक इंसान को दूसरे से जोड़ना चाहता हूं. यही हिंदुत्व है. हिंदुत्व एकजुट करता है, हिंदुत्व तोड़ता नहीं है.
ये भी पढ़ें: