Electric Charging Stations
Electric Charging Stations दिल्ली परिवहन विभाग के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs)के प्रति लोगों का इंटरेस्ट जगाने के लिए दिल्ली परिवहन विभाग पूरे शहर में ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने के लिए जिलेवार योजना बनाएगा.अधिकारियों ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य उन जिलों में ईवी की मांग को बढ़ाना भी है जहां अब तक यह कम रही है.
क्या है लक्ष्य?
दिल्ली 2022-25 के लिए चार्जिंग/स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एक्शन प्लान के अनुसार, परिवहन विभाग अगले साल तक शहर भर में 18,000 सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाएगा. अधिकारियों ने कहा कि ईवी सेल उन स्थानों की पहचान करेगा जहां परिवहन विभाग, वितरण कंपनियों, फ्लीट ऑपरेटर्स या सार्वजनिक-निजी-साझेदारी के आधार पर सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा सकते हैं.
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली के 11 जिलों में बुनियादी ढांचे को अब चार्जिंग स्टेशनों के असमान वितरण के कारण देखा जा रहा है, क्योंकि क्षेत्रों में मांग में अंतर है. जबकि दक्षिण-पश्चिम जिले में 890 चार्जिंग स्टेशन हैं, पूर्वोत्तर और शाहदरा में 30-30 चार्जिंग स्टेशन हैं. सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों की अधिक संख्या वाले अन्य जिलों में 334 स्टेशनों के साथ दक्षिण-पूर्व, 317 के साथ पश्चिम, 275 के साथ उत्तर-पश्चिम, 248 के साथ नई दिल्ली और 246 स्टेशनों के साथ पूर्व शामिल हैं.
हर 3 किलोमीटर पर मिलेगा स्टेशन
जबकि पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के मामले में सबसे छोटे जिलों में से एक है, इसमें दो पहिया और तीन पहिया वाहनों की उच्च संख्या के साथ उच्च जनसंख्या घनत्व है, जिसकी वजह से ईवी चार्जिंग स्टेशनों को लेकर मांग और बढ़ गई है. कार्य योजना के अनुसार, दिल्ली का लक्ष्य 2024 तक प्रत्येक 15 ईवी के लिए एक सार्वजनिक चार्जिंग प्वाइंट प्राप्त करना है, जो पूरे दिल्ली में समान रूप से फैला हो और प्रत्येक 3 किमी के भीतर मिल जाए.
प्लान में कहा गया,"सार्वजनिक चार्जिंग की आवश्यकता सेगमेंट और उपयोग पर अलग होती है. विभिन्न वाहन खंडों और उपयोग के मामलों में ईवी पेनिट्रेशन और सार्वजनिक चार्जिंग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, 1:15 के चार्जर-से-ईवी अनुपात की आवश्यकता को पूरा करने के लिए लगभग 18,000 चार्जिंग पॉइंट की आवश्यकता होगी (कुल पंजाकृत वाहनों का 25%)"
दक्षिणपश्चिम में पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों की संख्या ज्यादा होने का एक कारण यह भी हो सकता है कि हवाई अड्डे से उसकी निकटता है और उस क्षेत्र में कई कैब बेड़े ऑपरेटर काम करते हैं. अन्य क्षेत्रों में, स्टेशन मांग संचालित हैं, जहां निजी वाहनों या दोपहिया और तिपहिया वाहनों की संख्या अधिक है. परिवहन विभाग के तहत ईवी सेल के सीईओ एन मोहन ने कहा, ''अब हम हर जिले में भूमि पार्सल और क्षेत्रों की पहचान कर रहे हैं जहां भविष्य में मांग हो सकती है ताकि हम जिलेवार चार्जिंग पॉइंट स्थापित करना शुरू कर सकें. ”
कम होगा प्रदूषण
उत्तरी दिल्ली में 146 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन हैं, मध्य दिल्ली में 114, दक्षिण में 92, पूर्वोत्तर में 39 और शाहदरा में 36 हैं. परिवहन विभाग इन जिलों में चार्जिंग बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है जिससे ईवी की अधिक मांग हो सकती है. अधिकारियों ने कहा कि चूंकि दोपहिया और तिपहिया वाहन दिल्ली के वाहनों के प्रदूषण में 40% से अधिक का योगदान करते हैं, इसलिए उन्हें प्राथमिकता वाले वाहन खंड के रूप में पहचाना गया है.
भारत में आईसीसीटी के एमडी अमित भट्ट ने कहा, "ईवी अपटेक और चार्जिंग स्टेशन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सरकार, निजी कंपनियों और जनता के बीच सहयोग आवश्यक है... साथ मिलकर काम करने से चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में अंतर कम हो सकता है." दिल्ली सरकार ने पहले कहा था कि उसका लक्ष्य दिल्ली में सभी पंजीकृत वाहनों का 25% ईवी बनाना है. मार्च महीने के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में लगभग 15% पंजीकृत वाहन ईवी हैं.