

ममता और मातृत्व के भाव को एक मां ही समझ सकती है. लेकिन इस मातृत्व के भाव को बिना मां बने समझना बेहद मुश्किल है. इस मुश्किल काम को बड़ी आसानी से कर रही हैं डॉ राधिका बत्रा. और डॉक्टर बत्रा एक नहीं दो नहीं बल्कि हजारों बच्चों की जिंदगी संवारने का काम कर रही हैं.
बच्चों के पोषण का पूरा ख्याल रखती हैं डॉ राधिका
डॉ राधिका बत्रा नई दिल्ली, भारत में एक बाल रोग विशेषज्ञ और नियोनेटोलॉजिस्ट हैं. वह Every Infant Matters की संस्थापक और अध्यक्ष हैं, जो नवजात से लेकर 5 साल तक के बच्चों के हित के लिए काम करती है. इसका प्रमुख कार्यक्रम पोषण में सुधार और विटामिन ए की कमी को पूरा कर बच्चों में अंधेपन को रोकना है. 2017 में अपनी स्थापना के बाद से ईआईएम ने लाखों कुपोषित बच्चों में अंधेपन को सफलतापूर्वक रोका है. इसके अलावा, वे मातृ स्वास्थ्य, बच्चों की डीवर्मिंग, बचपन में अच्छी आदतों के बारे में युवा माताओं को परामर्श देने, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और पिछले कुछ महीनों में कोरोना के वक्त भी लोगों की खूब मदद की है.
ममता के लिए मां बनना जरूरी नहीं
डॉ राधिका बताती है कि 30 साल की है अब तक उन्होंने शादी नहीं की है. इतनी कम उम्र में मातृत्व की भावना को समझना मुश्किल तो था लेकिन बच्चों के लिए, उनके हित के लिए कुछ करना था. वे कहती हैं कि जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब मैंने अपनी आंखों के सामने बच्चों को विटामिन ए की कमी से दम तोड़ते हुए देखा. बस उसके बाद मैंने ठान लिया था कि मुझे आप इन बच्चों के हित में ही कार्य करना है.
बच्चों के साथ समय बिताना चाहती हैं राधिका
डॉ बत्रा ने बताया कि उनकी शादी को लेकर उनके रिश्तेदार और उनके आसपास के लोग बहुत ताने मारते हैं. लेकिन राधिका का मानना है कि वह अपनी जिंदगी इन्हीं बच्चों के साथ बिताना चाहते हैं. वे कहते हैं कि इन बच्चों को देखकर अपने आप ही मां की ममता का भाव जाग उठता है. वे कहते हैं कि दुनिया में मां बनने से खूबसूरत और कोई अनुभूति नहीं है. और वे इस भावना को हर रोज महसूस करती हैं.
सुपरवुमन है डॉक्टर राधिका
वह फोर्ब्स एशिया 30 अंडर 30, एक TEDx स्पीकर, एक यंग वर्ल्ड एंबेसडर, थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन के साथ एक ट्रस्ट चेंजमेकर, WEDU राइजिंग स्टार और चेंजमेकर, और इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस, सिडनी के लिए एक ग्लोबल पीस इंडेक्स एंबेसडर हैं. उन्होंने हेग में वन यंग वर्ल्ड समिट में बोली जाने वाली एक टेडएक्स टॉक भी दी है, और लंदन स्पीकर ब्यूरो के साथ काम किया है.