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Thieves with Engineering Background: इंजीनियरिंग की पढ़ाई और काम ऐसा! कार से आते थे चोरी करने... घरों से चुराए गहने गिरवी रख लेते थे लोन... पुलिस ने ऐसे धर दबोचा

Bhopal Police: भोपाल पुलिस ने इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले चोरों को गिरफ्तार किया है. ये चोर कार से चोरी करने आते थे. घरों से चुराए गहने गिरवी रख लोन लेते थे. आइए जानते हैं ये कैसे चोरी की वारदात को अंजाम देते थे और पुलिस ने कैसे इन्हे अरेस्ट किया?

 Accused in Police Custody Accused in Police Custody
हाइलाइट्स
  • भोपाल पुलिस ने बेहद पढ़े-लिखे तीन चोरों को किया अरेस्ट

  • 1 करोड़ 50 लाख रुपए की चोरी का खुलासा

भोपाल पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जो बेहद पढ़े-लिखे बैकग्राउंड से हैं और चोरी करने कार से जाते थे. चोरी के पैसों और गहने से लोन लेकर ये लोग उस रकम को रियल इस्टेट में इंवेस्ट कर देते थे. पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में कैश, चोरी के गहने और वारदात में इस्तेमाल कार बरामद कर ली है. इनकी गिरफ्तारी से 1 करोड़ 50 लाख रुपए की चोरी का खुलासा हो गया है.

सीसीटीवी में दिखी थी अधूरे नंबर की कार 
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारि मिश्रा ने बताया कि 14 मई 2025 को शहर के दानिश कुंज इलाके में चोरी हुई थी. इसकी जांच के दौरान चोरी वाले घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में सफेद रंग की कार की गतिविधियां पुलिस को संदिग्ध लगी. कार का नंबर अधूरा था इसलिए कार मालिक की जानकारी नहीं मिल पा रही थी. इसी दौरान पुलिस को मुखबिरों से जानकारी मिली कि विदिशा का रहने वाला यशवंत रघुवंशी और रायसेन निवासी भूपेंद्र साहू जो वर्तमान में कटारा हिल्स, भोपाल में रहते हैं, उनके पास ऐसी ही एक सफेद रंग की कार है, जिसका नंबर सीसीटीवी में दिखी कार से मेल खाता है. 

इनके अलावा इनका एक दोस्त अभिलाष विश्वकर्मा भी इनके साथ रहता है, जो चोरी के प्रकरण मे पहले वारंगल जेल तेलंगाना मे बंद हो चूका है. इस जानकारी के आधार पर यशवंत रघुवंशी को जिला विदिशा, भूपेन्द्र साहू को कटारा हिल्स, भोपाल और अभिलाष विश्वकर्मा को जिला छिंदवाडा से हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो तीनों ने भोपाल के अलग-अलग इलाकों में चोरी करने की गुनाह को स्वीकार लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने थाना कोलार रोड इलाके में तीन चोरियां और थाना कटारा हिल्स इलाके की एक चोरी अपने साथियों के साथ मिलकर की है. 

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कार से आते थे चोरी करने 
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वो दिन के समय कार से घूम कर सूने मकानों की रेकी करते थे और चोरी वाला घर चुन लेने के बाद भोपाल के बाहर रहने वाले अपने साथियों को चोरी के लिए बुलाकर होटल में रुकवाते थे. रात में चोरी कर बाहर की गैंग वाले सदस्यों को उनका हिस्सा देकर वापस भेज देते थे. उसके बाद चोरी किए गहनों को मंडीदीप स्थित सोने के बदले लोन देने वाली निजी फायनेंस कंपनी मे जमा कर गोल्ड लोन लेते थे और लोन से मिली रकम को रियल इस्टेट में इन्वेस्ट कर देते थे. 

पढ़े-लिखे हैं तीनों आरोपी
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि तीनों आरोपी बेहद पढ़े लिखे हैं. इनमें से दो आरोपी यशवंत रघुवंशी और अभिलाष विश्वकर्मा ने कंप्यूटर साइंस से इंजिनियरिंग कर रखी है और तीसरा आरोपी भुपेंद्र साहू भोपाल में प्राइवेट जॉब करता है. वह भी काफी पढ़ा-लिखा है. पुलिस ने तीनों आरोपियो के कब्जे से लगभग 22 लाख रुपए कीमत के सोने-चांदी के गहने, चांदी के सिक्के और 24 हजार रुपए नगद जब्त किए हैं. आरोपियों ने लगभग 40 लाख रुपए का सोना मुत्थुट फायनेंस प्राइवेट लिमिटेड मंडीदीप ब्रांच मे रखा था, जिसे फ्रीज कर जांच में लिया गया है. इसके अलावा आरोपियों के खातों से लगभग 60 लाख रुपए का लेन देन का रिकार्ड मिला है, इसलिए सभी खातो को फ्रीज कर जांच किया जा रहा है. 

(रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट)