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First meeting of G-20: भारत की अध्यक्षता में जी-20 की पहली बैठक उदयपुर में, जानिए किन-किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा, कैसे बढ़ेगा भारत का कद

दुनिया के सबसे ताकतवर आर्थिक समूह G-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है.उसकी अध्यक्षता में पहली बैठक राजस्थान के उदयपुर में 5 से 7 दिसंबर के बीच होगी.बैठक का उद्देश्य विकास को बढ़ावा देना और 20 देशों के बीच संबंधों का निर्माण करना है.

भारत की अध्यक्षता में जी-20 की पहली बैठक उदयपुर में. भारत की अध्यक्षता में जी-20 की पहली बैठक उदयपुर में.
हाइलाइट्स
  • प्रतिनिधियों को ठहराने के लिए फतेह प्रकाश पैलेस, होटल उदय विलास और लीला पैलेस में की गई है व्यवस्था 

  • 2025 तक विकासशील देशों के एजेंडे पर ही जी-20 करेगा काम 

दुनिया के सबसे ताकतवर आर्थिक समूह G-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है.उसकी अध्यक्षता में पहली बैठक राजस्थान के उदयपुर में 5 से 7 दिसंबर के बीच होगी. जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत बैठक की मेजबानी करेंगे.इस बैठक का उद्देश्य विकास को बढ़ावा देना और 20 देशों के बीच संबंधों का निर्माण करना है. बैठक में आने वाले प्रतिनिधियों को ठहराने के लिए फतेह प्रकाश पैलेस, होटल उदय विलास और लीला पैलेस में व्यवस्था की गई है। 'एक धरती-एक परिवार और एक भविष्य' की थीम के साथ भारत 50 से अधिक शहरों में 200 से ज्यादा बैठकों का आयोजन करेगा.

क्या हो सकते हैं मुद्दे
भारत G-20 के लिए अपनी वेबसाइट और लोगो का अनावरण पहले ही कर चुका है. वसुधैव कुटुम्बकम के सूत्र के साथ भारत की अगुवाई में G-20 देश कृषि, शिक्षा, रोजगार, ऊर्जा, स्वास्थ्य, व्यापार, पर्यटन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, विकास तथा भ्रष्टाचार के खात्मे जैसे मुद्दों पर मंथन करेंगे. इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय कर प्रणाली, इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय विषयों पर भी बातचीत होगी. दुनिया के सबसे ताकतवर आर्थिक समूह की अगुवाई और शिखर बैठक का आयोजन भारत के लिए अब तक का सबसे बड़ा कूटनीतिक अवसर है. इसके जरिए भारत को आर्थिक संभावनाओं के दरवाजे खोलने और दुनिया के सामने अपनी छवि बदलने का मौका मिलेगा.वैश्विक स्तर पर राजनीतिक उथल-पुथल, युद्ध, महामारी और भोजन व ऊर्जा संकट के दौर में आर्थिक सुधारों पर अनिश्चितता के बीच भारत को इंडोनेशिया से जी-20 की अध्यक्षता मिली है.अगर भारत इन चुनौतियों से निपटने में कामयाब होता है, तो यकीनन भारत विश्वव्यवस्था में हमेशा की तुलना में अधिक प्रभावी और ताकतवर किरदार बनकर उभरेगा.2023 में एसएसीओ सम्मेलन भी भारत में होना है.

पहली बार ट्राइको में तीन विकासशील देश
जी-20 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है.हर साल समूह का एक सदस्य इसकी अध्यक्षता ग्रहण करता है.यह पहली बार है कि जी-20 की अध्यक्षता की तिकड़ी (ट्राइको) में तीन विकासशील देश शामिल हैं.भारत से पहले इंडोनेशिया इसका अध्यक्ष था, समूह की अध्यक्षता भारत से ब्राजील और फिर दक्षिण अफ्रीका के पास जाएगी.इस तरह 2025 तक विकासशील देशों के एजेंडे पर ही जी-20 काम करेगा.

भारत-अमेरिका मजबूत साझेदार, मोदी का समर्थन करने को उत्सुक : बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि भारत और अमेरिका मजबूत साझेदार हैं.दोनों एक-दूसरे की तमाम मंचों पर मदद करते रहे हैं.उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैं भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने को उत्सुक हूं.दोनों देश जलवायु, ऊर्जा और खाद्य संकट जैसी चुनौतियों से निपटते और सतत व समावेशी विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाएंगे.इजराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग ने भी भारत की प्रशंसा करते हुए कहा था कि भारत और इजराइल स्वभाविक रूप से सहयोगी हैं, दोनों देश उन लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता से बंधे हैं, जिस आधार पर इनकी स्थापना हुई थी.

ये देश हैं G-20 में शामिल
जी 20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.