
सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा सांसद विजय शाह को फटकार लगाते हुए सोमवार को कहा कि कर्नल सोफिया क़ुरैशी पर दिए गए उनके बयान को लेकर पूरा देश शर्मिंदा महसूस कर रहा है. शाह ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के संबंध में भाजपा की ओर से आयोजित की गई एक सभा में कहा था कि पीएम मोदी ने 'आतंकियों से बदला लेने के लिए उन्हीं की बहन (कर्नल सोफिया क़ुरैशी) को भेज दिया.'
सुप्रीम कोर्ट ने शाह की माफी को अस्वीकार करते हुए कहा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. हालांकि यह पहली बार नहीं है कि शाह ने किसी महिला के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया हो. वह पहले भी इस तरह की हिमाकत कर सुर्खियां बटोर चुके हैं.
शिवराज सिंह की पत्नी पर की थी टिप्पणी
अप्रैल 2013 में आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर भी अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, "एक बार सीएम साहब भाभी जी को लेकर हमारे दफ्तर पर आए. हमने कहा भाभी हमारे साथ चलो... भाईसाहब के साथ तो रोज़ जाते हो, कभी देवरों के साथ भी चलो."
"कभी देवरों के साथ भी चला करो, पति के साथ तो रोज जाती हो "
कर्नल सोफिया को अपमानित करने वाले मंत्री विजय शाह ने 2013 में ये लाइनें CM शिवराज की पत्नी को बोली थी। इसके बाद इस्तीफा हुआ।
लेकिन फिर CM ने उन्हें माफ कर दिया क्योंकि पत्नी के सम्मान से बड़ा वोटबैंक था विजय शाह के पास pic.twitter.com/tIY8XfVYbZ
इस अभद्र टिप्पणी ने राजनीतिक भूचाल ला दिया था और उन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था. उस वक्त इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में लिखा गया था, "इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी यह सीडी देखी थी. अपने कैबिनेट सहयोगी को अपनी पत्नी साधना के बारे में अभद्र बातें करते देख चौहान परेशान हो गए थे. मुख्यमंत्री परेशान थे और पूरे दिन चुप्पी साधे रहे."
विद्या बालन के साथ भी विवादों में रहे
नवंबर 2020 में जब शाह वन मंत्री थे तब उनका नाम एक और विवाद से जुड़ा था. उन्होंने कथित तौर पर बालाघाट जिले में फिल्म 'शेरनी' की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री विद्या बालन को रात के खाने पर आमंत्रित किया था. विद्या बालन ने प्रस्ताव ठुकरा दिया, जिसके बाद शाह के विभाग ने शूटिंग की अनुमति वापस ले ली थी.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विद्या बालन के शाह के साथ रात के खाने में शामिल होने से इनकार करने के एक दिन बाद, शूटिंग टीम की गाड़ियों को शूटिंग के लिए वन क्षेत्र में प्रवेश करने से कथित तौर पर रोक दिया गया था. शाह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि फिल्म प्रोडक्शन टीम ने जंगल में शूटिंग की अनुमति मांगी थी और उनके साथ डिनर करने की गुज़ारिश भी की थी. उन्होंने ही शूटिंग के लिए अनुमति लेने वालों का दोपहर/रात्रिभोज का निमंत्रण ठुकरा दिया था.