
कुछ नया करने की राह और अलग सोच आपको बेहतर रास्ते की तरफ ले जाती है. गुड न्यूज टुडे पर गुड़ न्यूज़ वाली सोच को आगे बढ़ाते हुए एक नए शो की शुरूवात होने जा रही है. जिसका नाम है, होर्सेस स्टेबिल- जो जीता वो ही सिकंदर. देश भर में स्टार्टअप को सबसे ज्यादा पैसों की दिक्कत होती है. आइडिया है पर फंड ना होने के कारण कुछ बेकार हो जाता है. नीति आयोग की मदद से बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी ने इस शो की सोच को आगे बढ़ाया है.
सुनील शेट्टी के प्रोडक्शन के बैनर तले आ रहा नया शो
बॉलीवुड अभिनेता सुनिल शैट्टी के प्रोडक्शन के बैनर तले बने ये शो गुड न्यूज टुडे पर युवाओं के हौसले को बढ़ाने आ रहा है. इस शो का लक्ष्य होगा कि हर युवा का आईडिया बिज़नेस एक्सपर्ट की देख रेख में साकार हो. नीति आयोग से जुड़ कर अभिनेता सुनील शेट्टी ने इस मुहिम की शुरूवात की है, जिसमें ग्रामीण भारत से जुड़े लोगों और उनके आईडिया को आगे बढ़ाया जाएगा. इस शो के माफत नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत सहाय का कहना है कि, “ ये बहुत ही अच्छी बात है की कम से कम कोई पॉजिटिव सोच को आगे रख कर उस पर काम कर रहा है. मुझे लगता हैं इस तरह के शो से क्रांति आएगी क्योंकि ये सीधे लोगो से जुड़ा हुआ है.”
स्टार्ट अप को बढ़ावा देगा ये शो
वहीं बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी का कहना है कि इस शो की शुरुआत करना आसान नहीं था. लेकिन हमने नीति आयोग और गुड न्यूज टुडे से बात की तब ये मुमकिन हो सकता है. इसकी रूपरेखा बनाने में 6 महीने का समय लगा, ये एक नए तरह का प्रयास है. वही इंडिया टुडे ग्रुप के सीईओ राहुल शॉ ने कहा, “ये बहुत ही गर्व की बात है. ये उन लोगो के लिए एक कोशिश है जो लगातार कोशिश कर रहे है, जीवन में कुछ अलग करने की. हमने जब गुड न्यूज टुडे शुरू किया था, तब हमारा लक्ष्य ये था कि अपने चैनल पर लोगों के जीवन से जुड़ी अच्छी खबरें दिखाएंगे. ये वो चैनल है जो अच्छी खबरों को लोगों के सामने लाने की कोशिश करता है.
न्यू टैलेंट को मिलेगा बढ़ावा
वहीं नए शो के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “जो जीता वो ही सिकंदर- हॉर्सस टेबल इस शो मे इंवेंटर्स सीधे आपके आइडिया को समझेंगे, इन्वेस्टर मंदार जोशी कहते है कि शो में आपको उन आइडियाज़ को सुनने का मौका मिलेगा, जो शायद समझा पाएंगे कि इंडिया में कितना टैलेंट है. इस शो में कई तरह की खासियत है जिसकी वजह से ये औरों से अलग होगा. इसमे प्रतिभागी अपने आइडिया के भविष्य, उसकी रूपरेखा को इन्वेस्टर्स के सामने रख कर उनसे जरूरत का इन्वेस्टमेंट हासिल कर सकेंगे.