
हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन के दो वांटेड आतंकवादियों के परिवारों ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के सोपोर और किश्तवाड़ जिलों में अपने-अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उत्तरी-कश्मीर के उग्रवादग्रस्त सोपोर शहर में, वांटेज हिज्बुल कमांडर जावेद मट्टू के भाई रईस मट्टू ने स्वतंत्रता दिवस से पहले रविवार को अपने घर पर तिरंगा फहराया.
हिंदुस्तान हमारा है
रईस ने कहा कि हम सब भारतीय हैं, हिंदुस्तान हमारा है और हम सब हिंदुस्तानी हैं. उनके भाई ने गलत रास्ता चुना लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह अपने देश से नफरत करते हैं. उन्होंने देशभक्ति और प्यार के साथ तिरंगा फहराया. रईस को इस बात का अफसोस है कि उसके भाई जावेद ने विनाश का रास्ता चुना और घाटी के युवाओं से अपील की कि वे वैसी गलती न करें जो उनके भाई ने की.
साथ ही, उन्होंने कहा कि यहां (कश्मीर) के लोग पाकिस्तान की नापाक रणनीति को समझ गए हैं और उनका घाटी में न सिर्फ बहिष्कार कर रहे हैं बल्कि सक्रिय रूप से उन्हें घाटी में दाखिल करने से रोक रहे हैं.
एक और परिवार ने पेश की मिसाल
इस बीच, इसी तरह के एक उदाहरण में, हिजबुल मुजाहिदीन के एक अन्य सक्रिय आतंकवादी मुदस्सिर हुसैन के परिवार ने रविवार को जम्मू क्षेत्र के सीमावर्ती जिले किश्तवाड़ में अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. हुसैन के परिवार ने खुलासा किया कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शुरू किए गए 'हर घर तिरंगा' अभियान के हिस्से के रूप में तिरंगा फहराया.
पत्रकारों से बात करते हुए, हुसैन के पिता, तारिक ने कहा कि उसने गलत रास्ता चुना है, उन्होंने सरकार और संबंधित अधिकारियों से अपने बेटे को खोजने और उसे वापस लाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि हमने अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और चाहते हैं कि हर घर में तिरंगा फहराया जाए.
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लोगों से 13 से 15 अगस्त के बीच 'हर घर तिरंगा' आंदोलन में हिस्सा लेने का आग्रह किया.
(Input from Ashraf Wani)