हिमाचल प्रदेश
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हिमाचल प्रदेश में दिसंबर के तीसरे सप्ताह में मौसम ने अपना बदला हुआ रंग दिखाया है. हिल स्टेशनों शिमला और मनाली सहित पहाड़ी इलाकों में रविवार सुबह से बादल छाए रहने से ठंड का असर बढ़ गया है. वहीं, मैदानी और निचले क्षेत्रों में घने कोहरे ने जनजीवन की रफ्तार धीमी कर दी है.
जनजातीय इलाकों में सर्दी का ज्यादा असर
प्रदेश के जनजातीय इलाकों में सर्दी का असर ज्यादा देखने को मिला. लाहौल-स्पीति जिले के कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान माइनस 2.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि ताबो में यह 1.1 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं राज्य की ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में हल्की बर्फबारी हो रही है. हालांकि, यह बर्फबारी अभी पर्यटन स्थलों तक नहीं पहुंच पाई है.
निचले इलाकों में घना कोहरा, यातायात प्रभावित
दूसरी ओर बिलासपुर, ऊना और मंडी जैसे निचले और मैदानी जिलों में घने कोहरे के कारण दृश्यता पर खासा असर पड़ा है. सुबह और देर रात के समय कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम रही, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हुआ और वाहन चालकों को सावधानी बरतनी पड़ी.
आज कुछ हिस्सों में बारिश-बर्फबारी के आसार
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले चार दिनों तक राज्य के निचले जिलों में देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
विभाग के अनुसार, आज राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है.
22 से 27 दिसंबर तक रहेगा शुष्क मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 22 से 25 दिसंबर के बीच खासकर बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी जिलों के कुछ हिस्सों में घना कोहरा पड़ सकता है. पूर्वानुमान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि 22 से 27 दिसंबर तक प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा और इस दौरान कहीं भी बारिश या बर्फबारी की संभावना नहीं है. पश्चिमी विक्षोभ का असर फिलहाल कमजोर रहेगा.
क्रिसमस पर नहीं दिखेगा व्हाइट क्रिसमस
मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन शिमला, कुफरी और मनाली में ‘व्हाइट क्रिसमस’ का नजारा देखने को नहीं मिलेगा. इन पर्यटन स्थलों पर इस बार बर्फबारी का दीदार नहीं हो पाएगा और सीजन की पहली बर्फबारी का इंतजार अभी बना हुआ है.
(रिपोर्ट- कमलजीत)
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