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Weather: हीट स्कोर क्या है, इसके आधार पर कैसे मौसम का पूर्वानुमान लगाएगा IMD, यहां जानिए सबकुछ

Heat Index: आईएमडी के अनुसार हीट स्कोर पूरे देश के लिए मार्च से जून तक बनाया जा रहा है. इसमें कई पैमानों को आधार बनाया गया है. इन्हीं हीट स्कोर के आधार पर भविष्य में मौसम को लेकर अर्ल्ट जारी किए जाएंगे.

हीट स्कोर से किया जा सकेगा मौसम का पूर्वानुमान (फाइल फोटो) हीट स्कोर से किया जा सकेगा मौसम का पूर्वानुमान (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • आईएमडी ने हीट इंडेक्स किया है लॉन्च 

  • हीट इंडेक्स से टेम्परेचर रेंज का चलता है पता 

भारतीय मौसम विभाग (IMD) सहित कई शोधों में यह सामने आया है कि देश के कई जगहों पर गर्मी बढ़ रही है. इसको देखते हुए मौसम के पूर्वानुमान को हीट इंडेक्स के आधार पर तय करने की मांग जोर पकड़ रही है. अभी हाल ही में आईएमडी ने हीट इंडेक्स लॉन्च किया है. यह इंडेक्स तापमान परिवर्तन के साथ-साथ हवा में मौजूद आद्रता का भी ध्यान रखता है. 

आईएमडी के प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि हीट इंडेक्स से फील होने वाले टेम्परेचर रेंज का पता चलता है. इससे पता चलता है कि तापमान के साथ वातावरण में कितनी गर्मी है. आईएमडी की ओर से जारी किया गया हीट इंडेक्स फिलहाल एक मैप के तौर पर उपलब्ध है.

हरा और लाल रंगों के जरिए तापमान और आद्रता को दिखाया गया
हीट इंडेक्स में हरा और लाल रंगों के जरिए तापमान और आद्रता को दिखाया गया. मैप में हरे रंगा का मतलब यह है कि वह इलाके जहां तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम है. जबकि लाल रंग यानी कि वो इलाके जहां तापमान 55 डिग्री तक जा सकता है. इसी तरह मैप में मौजूद रंग के जरिए निश्चित इलाके का तापमान और आद्रता जाना जा सकता है. आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि हम दोपहर 2.30 बजे तापमान और आद्रता के आंकड़ों का उपयोग कर रहे हैं. क्योंकि उस समय अधिकतम तापमान होता है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ करना होगा काम 
मौसम कार्यालय हीट इंडेक्स की गणना करने के लिए राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन के फार्मूले का उपयोग कर रहा है. हीट इंडेक्स के जरिए दिन का न्यूनतम और अधिकतम तापमान का पता चलेगा कि कब किस इलाके में कितना तापमान होगा. हालांकि, भारतीय परिस्थितियों के लिए हीट इंडेक्स को अभी तक मान्य नहीं किया गया है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा, हमें भारतीय शहरों के लिए टिप्पणियों को मान्य करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ काम करना होगा. उदाहरण के लिए भारत में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान और 20 प्रतिशत आर्द्रता ठीक हो सकती है, लेकिन अमेरिका में रहने वाले व्यक्ति के लिए यह असहनीय है. रविचंद्रन ने कहा कि एहतियाती उपायों के लिए इस तरह के डेटा को जनता के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए इंडेक्स जारी किया जाएगा.

अभी ऐसे होता है मौसम का पूर्वानुमान
इस समय आईएमडी गर्मी का पूर्वानुमान अधिकतम तापमान, न्यूनतम तापमान, नमी, हवाओं की स्पीड आदि के आधार पर जारी करता है.

हीट स्कोर इन आधारों पर होगा तय 
आईएमडी के अनुसार अधिकतम तापमान, न्यूनतम तापमान, नमी और अवधि के वेटेज के आधार पर हर स्टेशन के लिए हीट स्कोर तय किया जाएगा. साथ ही गर्मी के दौरान स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को भी शामिल करने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए गर्म दिनों के दौरान अस्पताल में कितने लोग पहुंच रहे हैं, किस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, इसका डाटा एकत्रित किया जा रहा है.

स्वास्थ्य पर असर का चलेगा पता
इस हीट स्कोर के तैयार होने के बाद लोगों को यह पता चल सकेगा कि गर्मी उनके स्वास्थ्य पर किस तरह का असर डाल रही है. इससे उन्हें क्या परेशानियां हो सकती हैं और कैसे इससे बचा जा सकता है. इसी हिसाब से जिले भी अपनी तैयारियां पूरी कर सकते हैं. आईएमडी के अनुसार हीट स्कोर (हीट हजार्ड एनालिसिस) पूरे देश के लिए मार्च से जून तक बनाया जा रहा है. इसमें कई पैमानों को आधार बनाया गया है. इन्हीं हीट स्कोर के आधार पर भविष्य में अर्ल्ट जारी होंगे.