Indian students returned to home in C-17 globemaster (Photo: ANI)
Indian students returned to home in C-17 globemaster (Photo: ANI) रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है. दोनों देशों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. ऐसे में, यूक्रेन के स्थानीय नागरिकों और वहां फंसे दूसरे देश के लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. भारत सरकार भी ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत लगातार अपने नागरिकों को यूक्रेन से रेस्क्यू करने के लिए जुटी हुई है.
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने भारतीय वायु सेना (India Air Force) को ऑपरेशन गंगा में शामिल किया गया है. जिसके बाद बुधवार सुबह एयरक्राफ्ट C-17 ग्लोबमास्टर ने दिल्ली से रोमानिया के लिए उड़ान भरी. इसके साथ ही एयर इंडिया की फ्लाइट्स लगातार यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचकर भारतीय नागरिकों को वतन वापस ला रही हैं.
एयरक्राफ्ट से लौटे 200 भारतीय:
गुरूवार सुबह भारतीय वायु सेना का पहला C-17 ग्लोबमास्टर विमान रोमानिया से लौट आया है. इसमें लगभग 200 भारतीय नागरिक सवार थे. इस एयरक्राफ्ट के जरिए सरकार ने नागरिकों के लिए मानवीय सहायता जैसे खाना, दवाइयां आदि भी भेजी थीं.
साथ ही बताया जा रहा है कि यूक्रेन से करीब 300 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के तीन और सी-17 एयरक्राफ्ट गुरुवार सुबह आठ बजे हिंडन एयरबेस पर उतरेंगे.
एयर इंडिया फ्लाइट्स से लौट रहे नागरिक:
वहीं, भारतीय छात्रों को को लेकर एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट भी मुंबई पहुंच चुकी है. इस फ्लाइट से 183 भारतीयों को बुखारेस्ट से मुंबई लाया गया है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा है कि जब तक हर एक नागरिक को निकाल नहीं लिया जाता तब तक भारतीय वायु सेना के विमानों के साथ ही निजी उड़ानें भी संचालित की जाती रहेंगी.
उन्होंने ये भी बताया कि भारत सरकार ने अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा हुआ है ताकि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को तुरंत मदद मिले. हरदीप सिंह पुरी हंगरी में हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया में हैं, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया में हैं और वी के सिंह पोलैंड में हैं.