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Raksha Bandhan: इंदौर में मानसिक रोगी महिलाओं ने खुद बनाई राखियां, प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री को भेजी, कलेक्टर और शहरवासियों को भी बांधी Rakhi

मध्य प्रदेश के इंदौर में अनोखा रक्षाबंधन देखने को मिला. यहां जिनका कोई भाई या परिवार नहीं है, ऐसी मानसिक रोगी महिलाओं ने खुद से राखी बनाकर शहर के लोगों की कलाई पर बांधा.

राखी बनातीं महिलाएं राखी बनातीं महिलाएं
हाइलाइट्स
  • मानसिक रोगी महिलाओं की बनाई राखियों की लोग कर रहे खरीदारी

  • इन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया यह कदम

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर जीवन भर भाई से अपनी रक्षा का संकल्प लेती हैं लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर में अनोखा रक्षाबंधन देखने को मिला. जी हां, यहां पर जिनका कोई भाई या परिवार नहीं है, ऐसी मानसिक रोगी महिलाओं ने शहर के लोगों को राखी बांधकर अपनी रक्षा का संकल्प लिया. इन महिलाओं ने खुद से राखियां बनाई हैं. 

संस्था के माध्यम से भेजी गई हैं राखियां
इंदौर में एनजीओ ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान की ओर से संचालित होम अगेन में निवासरत निराश्रित मानसिक रोगी महिलाओं ने खुद राखियां बनाई हैं. ये राखियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी संस्था के माध्यम से भेजी गई हैं. 

इस अनोखे रक्षाबंधन की हर कोई कर रहा तारीफ 
इन मानसिक रोगी महिलाओं ने इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी और अन्य लोगों को राखी बांधकर मिसाल कायम की. कलेक्टर इलैया राजा टी ने महिलाओं को उपहार देकर खुशियां बांटी. इस अनोखे रक्षाबंधन की हर कोई तारीफ कर रहा हैं इन मानसिक रोगी महिलाओं द्वारा बनाई राखियां शहर के लोग खरीदकर उनका मनोबल भी  बढ़ा रहे हैं. इन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए यह कदम उठाया गया. मानसिक रोगी महिलाओं की बनाई राखियों को बाजार में बेचा भी जा रहा है. 

राखियां बनाने के लिए दिया गया था प्रशिक्षण
इंदौर के लिंबोदी इलाके में एनजीओ ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान की ओर से निराश्रित मानसिक रोगी महिलाओं के लिए समुदाय में आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 'होम अगेन: का संचालन किया जा रहा है. संस्था ने इन महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उनसे राखियां बनवाई हैं.