
कोटा में शिक्षा मंत्री ने एक महिला टीचर को सस्पेंड कर दिया. टीचर पर एक छात्रा ने जानबूझकर फेल करने का आरोप है. छात्रा का कहना है कि टीचर ने उसके चाचा से विवाद का बदला लेने के लिए उसे फेल किया है. छात्रा का कहना है कि फेल करने के बाद जब दोबारा कॉपी की जांच कराई गई, तो मुझे सप्लीमेंट्री दी गई. मेरे 70.40 प्रतिशत अंक बनने के बावजूद मुझे फेल किया गया.
कहां का है मामला?
रामगंजमंडी के मोडक गांव में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की जन सुनवाई में यह मामला सामने आया. मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो होना था वो तो हो गया. इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन उस टीचर को मैं अभी सस्पेंड करता हूं.
क्यों हुआ चाचा से विवाद
छात्रा ने बताया कि वह राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल मोडक में 11वीं कक्षा में पढ़ती है. उसकी फिजिक्स टीचर सविता मीणा का उसके चाचा से लाइब्रेरी की किताबों को लेकर विवाद हो गया था. इसी का बदला लेने के लिए उसे 11वीं में जानबूझकर फेल कर दिया.
कमजोर बच्चे भी हुए पास
छात्रा का कहना है कि जब उसने मामले को उठाया, तो उसकी शिकायत पर दोबारा जांच कराई गई. इस बार उसे सप्लीमेंट्री भी दी गई, जिसके बाद उसके 70.40 प्रतिशत अंक आए. लेकिन इसके बावजूद भी उससे कमजोर विद्यार्थियों को पास कर दिया गया. लेकिन उसे नहीं किया गया.
टीचर के खिलाफ पहले से दर्ज हैं शिकायतें
शिक्षा मंत्री ने मोहल्ला बैठक में मौजूद अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी की तो पता चला कि टीचर सविता मीणा के खिलाफ स्कूल में अनेक शिकायतें हैं. जिसके चलते उन्हें पूर्व में एपीओ कर रखा है, लेकिन वे कोर्ट से स्टे ले आई हैं. मंत्री ने तत्काल टीचर को निलंबित करने के निर्देश दिए.
कब आया मामला शिक्षा मंत्री के सामने
शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि बदला लेने के मंशा से बालिका को फेल करने की शिकायत मिली. इस पर स्टूडेंट्स से दुर्व्यवहार करने वाली और भविष्य से खिलवाड़ करने वाली शिक्षिका सविता मीणा को निलंबित किया है. मंत्री मोहल्ला बैठक भाग लेने मोडक आए थे. तब मोडक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा आयुषी कुमावत ने उनसे शिकायत की.
-कोटा से चेतन गुर्जर की रिपोर्ट