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भारत ने पेश किया 15 साल का डिफेंस रोडमैप! न्यूक्लियर प्रोपल्शन, हाइपरसोनिक मिसाइल और नेक्स्ट-जनरेशन वॉरफेयर पर फोकस

यह 15 साल का डिफेंस रोडमैप साफ दिखाता है कि भारत अब सिर्फ रिएक्ट करने वाली ताकत नहीं, बल्कि भविष्य की जंगों का लीडर बनने की तैयारी में है. चाहे न्यूक्लियर प्रोपल्शन हो या हाइपरसोनिक हथियार- आने वाले वक्त में भारतीय सेना के पास ऐसे साधन होंगे, जिनके सामने दुश्मन सोचने तक से डरेंगे.

India presents 15-year defense roadmap India presents 15-year defense roadmap

भारत ने आज वह कर दिखाया, जिसकी गूंज आने वाले दशकों तक पूरी दुनिया सुनेगी. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने सोमवार को 15 साल का महाआयुध रोडमैप जारी किया है. इस रोडमैप में भविष्य की जंगों को ध्यान में रखते हुए ऐसे हथियारों और तकनीकों पर जोर दिया गया है, जिन्हें अब तक सिर्फ फिल्मों या साइंस फिक्शन में देखा जाता था.

हाइपरसोनिक से लेकर न्यूक्लियर प्रोपल्शन तक
इस रोडमैप का फोकस है- न्यूक्लियर प्रोपल्शन, हाइपरसोनिक मिसाइल्स, अनमैन्ड सिस्टम्स और नेक्स्ट-जेनरेशन टैंक्स. यानी अब भारत उन हथियारों और टेक्नोलॉजी पर दांव लगाने जा रहा है, जो 2035 तक युद्ध का चेहरा पूरी तरह बदल देंगे.

डॉक्यूमेंट के मुताबिक,

  • आर्मी को चाहिए 400 हल्के टैंक, 1,800 ICVs और 6 लाख से ज्यादा आर्टिलरी राउंड्स.
  • नेवी की लिस्ट में 1 एयरक्राफ्ट कैरियर, 20+ सबमरीन और 50 से ज्यादा डेक-फाइटर्स हैं.
  • वहीं एयरफोर्स 350 मल्टी-मिशन एयरक्राफ्ट, 150 UCAVs और 250 एंटी-ड्रोन सिस्टम पर नज़र गड़ाए बैठी है.

भविष्य की जंग होगी ‘टेक्नोलॉजी वॉर’
डिफेंस एक्सपर्ट मेजर जनरल डीसी कटोच (रिटायर्ड) ने इस रोडमैप पर कहा, “यह प्लान इस बात की गवाही है कि भारत मान चुका है, आने वाले समय में जंग सिर्फ गोलियों और बमों से नहीं, बल्कि cutting-edge technologies से लड़ी जाएगी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अनमैन्ड सिस्टम्स और हाइपरसोनिक्स पर फोकस कर हम अगली पीढ़ी की जंग के लिए तैयार हो रहे हैं.”

आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की ‘विश लिस्ट’

  • आर्मी को मिलेंगे लाइट टैंक्स, रोबोटिक कॉम्बैट व्हीकल्स, मॉडर्न आर्टिलरी और लेटेस्ट एंटी-ड्रोन सिस्टम.
  • नेवी की झोली में आएंगे एयरक्राफ्ट कैरियर, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन और डेक-बेस्ड यूटिलिटी हेलिकॉप्टर्स.
  • एयरफोर्स की डिमांड में शामिल हैं स्टेल्थ UCAVs, मल्टी-मिशन एयरक्राफ्ट और हाई-एल्टीट्यूड प्स्यूडो-सैटेलाइट्स.

आत्मनिर्भर भारत का बड़ा कदम
डिफेंस एक्सपर्ट मेजर जनरल संजय सोई (रिटायर्ड) ने कहा, “सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार फोकस सिर्फ मॉडर्नाइजेशन पर नहीं बल्कि इंडिजिनस डेवलपमेंट पर भी है. यह रोडमैप आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत आयात पर निर्भरता घटाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है.”

दुनिया को संदेश
यह 15 साल का डिफेंस रोडमैप साफ दिखाता है कि भारत अब सिर्फ रिएक्ट करने वाली ताकत नहीं, बल्कि भविष्य की जंगों का लीडर बनने की तैयारी में है. चाहे न्यूक्लियर प्रोपल्शन हो या हाइपरसोनिक हथियार- आने वाले वक्त में भारतीय सेना के पास ऐसे साधन होंगे, जिनके सामने दुश्मन सोचने तक से डरेंगे.

(शिवानी की रिपोर्ट)