
खालिस्तानी आतंकी की हत्या के मुद्दे पर कनाडा और भारत के रिश्ते लगातार तल्ख होते जा रहे हैं. भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इससे पहले कनाडा ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी करते हुए अपने नागरिकों को भारत के कुछ खास हिस्सों में न जाने की सलाह दी थी.
भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी
भारत सरकार ने अपनी एडवाइजरी में कहा है- कनाडा में जारी भारत विरोधी गतिविधियों को देखते हुए वहां रहने वाले या वहां की यात्रा करने वाले नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वो बेहद सतर्कता बरतें. हालिया वक्त में देखा गया है कि कनाडा में भारत विरोधी एजेंडे का विरोध करने वाले इंडियन डिप्लोमैट्स और इंडियन कम्युनिटी के एक खास तबके को धमकियां दी जा रही हैं. ऐसे हालातों को देखते हुए हम अपने नागरिकों को सलाह देते हैं कि वो ऐसे इलाकों में जाने से बचें जहां भारत विरोधी गतिविधियां हुई हैं, या हो रही हैं.
हमारा उच्चायोग/वाणिज्य दूतावास कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं ताकि वहां मौजूद इंडियन कम्युनिटी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. कनाडा के हालात को देखते हुए वहां भारतीय छात्रों को सबसे ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर कनाडा में मौजूद इंडियन कम्युनिटी और छात्र हाईकमीशन और कॉन्स्युलेट्स की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
Advisory for Indian Nationals and Indian Students in Canada:https://t.co/zboZDH83iw pic.twitter.com/7YjzKbZBIK
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) September 20, 2023
कनाडा ने अपनी एडवाइजरी में क्या कहा
कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए मंगलवार को एडवाइजरी जारी की और अप्रत्याशित सुरक्षा हालातों का हवाला देते हुए जम्मू और कश्मीर की यात्रा करने से बचने की सलाह दी. कनाडा ने ट्रैवल एडवाइजरी में लिखा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का खतरा है. आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पें नियमित रूप से होती रहती हैं. सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी हमलों के कारण नागरिक हताहत हुए हैं। आगे के हमले किसी भी समय हो सकते हैं. आप खुद को गलत समय पर गलत जगह पर पा सकते हैं.
क्या है पूरा मामला
बीते 18 जून को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की दो अज्ञात बंदूकधारियों ने कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके महीनों बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या का आरोप भारत सरकार के एजेंटों पर लगाया और भारतीय डिप्लोमैट को अपने देश से निकाल दिया. जवाब में भारत सरकार ने भी दिल्ली में मौजूद कनाडा के एक डिप्लोमैट को भी पांच दिन में देश छोड़ने के लिए कह दिया और ट्रूडो के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया.
कनाडा में पिछले कुछ महीनों में खालिस्तान समर्थक तत्वों ने भारत विरोधी कई प्रदर्शन किए हैं. कनाडा में बड़ी तादाद में खालिस्तानी ट्रुडो सरकार के समर्थक हैं और इसलिए सरकार अब तक खालिस्तानियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से बचती रही है. कनाडा में करीब 14 लाख भारतीय मूल के लोग रहते हैं, इनमें से ज्यादातर छात्र हैं. ये कनाडा की आबादी का 1.4% है.
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