उन्होंने जान गंवाने वाले सैनिकों के परिजनों के साथ अपनी सांत्वना व्यक्त की.
डीजीएमओ घई ने कहा, अगर उल्लंघन होता है तो चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने जवाब देने की छूट दी है.
एयर मार्शल ए.के. भारती कहते हैं, "8 और 9 की रात को, 10:30 बजे से ही हमारे शहरों पर ड्रोनों से बड़े पैमाने पर हमला हुआ, जो श्रीनगर से शुरू होकर नलिया तक चला... हम तैयार थे और हमारी हवाई रक्षा तैयारियों ने यह सुनिश्चित किया कि जमीन पर या दुश्मन द्वारा नियोजित किसी भी लक्ष्य को कोई नुकसान न पहुंचे. एक मापा हुआ जवाब देते हुए, हमने एक बार फिर लाहौर और गुजरांवाला में सैन्य प्रतिष्ठानों, निगरानी रडार साइटों को निशाना बनाया. ड्रोन हमले सुबह तक जारी रहे, जिनका हमने जवाब दिया."
डायरेक्टर जनरल मैन्ड ऑपरेशन्स (DGMO) राजीव घई ने कहा, "...8-9 मई की रात को, उन्होंने (पाकिस्तान ने) सीमाओं के पार हमारे हवाई क्षेत्र में ड्रोन और विमान उड़ाए और कई सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के बड़े पैमाने पर असफल प्रयास किए. पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा पर उल्लंघन फिर से शुरू हुआ और भयंकर तोपखाने मुठभेड़ों में बदल गया..."