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Preesha Chakraborty : भारतीय मूल की 9 साल की बच्ची का कमाल! World's Brightest स्टूडेंट्स की लिस्ट में बनाई जगह, माशर्ल आर्ट्स का भी है शौक

भारतीय अमेरिकी 9 वर्षीय प्रीशा चक्रवर्ती ने जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ द्वारा तैयार की गई 'दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली' छात्रों की लिस्ट में जगह बनाई है. जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ ने जानकारी देते हुए कहा कि 90 से अधिक देशों के 16,000 से अधिक छात्रों के ग्रेड-स्तर से ऊपर के टेस्ट के परिणामों का मूल्यांकन करने के बाद प्रीशा को इस लिस्ट में शामिल किया गया है.

Preesha Chakraborty Preesha Chakraborty

भारतीय अमेरिकी लोगों को शिक्षा और स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी जैसी संबंधित परीक्षाओं में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए जाने जाते हैं. उस परंपरा को जारी रखते हुए, 9 साल की प्रीशा चक्रवर्ती ने प्रतिष्ठित जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ द्वारा तैयार की गई 'दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली' छात्रों की सूची में जगह बनाई है. करीब 90 से देशों में 16,000 से अधिक स्टूडेंट्स की परीक्षा के नतीजों के आधार पर चक्रवर्ती को इस लिस्ट में शामिल किया गया.

कितने छात्र ले सकते हैं हिस्सा
प्रीशा कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में वार्म स्प्रिंग एलीमेंट्री स्कूल में ग्रेड 3 की छात्रा हैं. वह साल 2023 की गर्मियों में अमेरिका स्थित जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (JH-CTY) की परीक्षा में शामिल हुई थीं. प्रीशा ने SAT(स्कॉलैस्टिक असेसमेंट टेस्ट), ACT(अमेरिकन कॉलेज टेस्टिंग) और स्कूल एंड कॉलेज एबिलिटी टेस्ट में शानदार स्कोर किया. इससे पहले भी वो कई टैलेंट सर्च प्रतियोगिताओं का हिस्सा रह चुकी हैं और नाम कमा चुकी हैं. हर साल 30 प्रतिशत से भी कम विद्यार्थी इस परीक्षा की योग्यता को हासिल कर पाते हैं.

भारतीय अमेरिकी शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए इस तरह की कई परीक्षाएं देते हैं. एक जाना-माना क्षेत्र जहां उनकी प्रतिभा चमकती है वह है स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी. संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाली इस वार्षिक वर्तनी प्रतियोगिता में देश भर से युवा प्रतिभागी भाग लेते हैं. भारतीय अमेरिकी छात्रों ने प्रतियोगिता में लगातार अपनी छाप छोड़ी है. वह अक्सर अंतिम दौर तक पहुंचते हैं और चैंपियनशिप जीतते हैं.

और किन चीजों का है शौक
प्रीशा प्रसिद्ध मेन्सा फाउंडेशन की लाइफटाइम सदस्य हैं जो दुनिया का सबसे पुराना उच्च 'आईक्यू सोसाइटी' है. विभिन्न संबंद्ध परीक्षाओं में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी इस सोसाइटी के सदस्य बन सकते हैं. वहीं प्रीशा के माता-पिता भी उनकी इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं. उन्होंने बताया कि प्रीशा की कामयाबी से वो वाकई बहुत खुश हैं. वो शुरू से ही बहुत मेधावी छात्रा रही है. पढ़ाई के अलावा उसे यात्रा करने और माशर्ल आर्ट्स का शौक है.