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भारतीय सेना ने लॉन्च किया नया इन-हाउस मैसेजिंग एप, जानें क्या है खास?

अधिकारियों के अनुसार इस ऐप का मुख्य मकसद सेना की जरूरी और महत्वपूर्ण बातों को गोपनीय बनाए रखना है. बाहर के सर्वरों से अलग रखने के लिए इसे व्हाट्सएप और सिग्नल से कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाया जाएगा.

भारतीय सेना ने लॉन्च किया नया इन-हाउस मैसेजिंग एप भारतीय सेना ने लॉन्च किया नया इन-हाउस मैसेजिंग एप
हाइलाइट्स
  • इंटरनल सेना नेटवर्क के लिए होगा नया ऐप

  • सेना की जरूरी बातों को गोपनीय रखा जाएगा

सेना के अंदर अपने विचार को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से भारतीय सेना ने ASIGMA (आर्मी सिक्योर इंडीजीनियस मैसेजिंग एप्लिकेशन) नामक एक इन-हाउस मैसेजिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया है. वेब-आधारित एप्लिकेशन सेना के सिग्नल कोर के अधिकारियों की टीम द्वारा पूरी तरह से इन-हाउस विकसित किया गया है.

इंटरनल सेना नेटवर्क के लिए होगा नया ऐप
एप्लिकेशन का उपयोग इंटरनल सेना नेटवर्क का उपयोग करके मोबाइल फोन पर किया जा सकता है. रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, "एप्लीकेशन को आर्मी वाइड एरिया नेटवर्क (एडब्ल्यूएएन) मैसेजिंग एप्लिकेशन के प्रतिस्थापन के रूप में सेना के आंतरिक नेटवर्क पर तैनात किया जा रहा है, जो पिछले 15 वर्षों से सेवा में है."

सेना की जरूरी बातों को गोपनीय रखा जाएगा 
अधिकारियों के अनुसार इस ऐप का मुख्य मकसद सेना की जरूरी और महत्वपूर्ण बातों को गोपनीय बनाए रखना है. बाहर के सर्वरों से अलग रखने के लिए इसे व्हाट्सएप और सिग्नल से कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाया जाएगा. साथ ही नोट में ये भी बताया गया है कि इस ऐप का इंटरफेस काफी आसान होगा. साथ ही  इसमें भविष्य की उपयोगी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकेगा. ये ऐप सेना की जरूरतों के मद्देनजर तैयार किया गया है. 

रियल टाइम डेटा ट्रांसफर होगा
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "यह भविष्य के लिए तैयार मैसेजिंग एप्लिकेशन सेना की रियल टाइम डेटा ट्रांसफर और मैसेजिंग आवश्यकताओं को पूरा करेगा, विशेष रूप से वर्तमान भू-राजनीतिक सुरक्षा वातावरण की पृष्ठभूमि में और भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप है." .

पेपरलेस काम की दिशा में कदम
भारतीय सेना ने बड़े पैमाने पर स्वचालन को रोक दिया है, विशेष रूप से कोविड-19 के प्रकोप के बाद और कागज रहित कामकाज की दिशा में पर्याप्त कदम उठा रही है. ASIGMA इन प्रयासों को और बढ़ावा देगा और सेना द्वारा अपने कैप्टिव पैन आर्मी नेटवर्क पर पहले से नियोजित अन्य अनुप्रयोगों की मेजबानी को जोड़ देगा.