
पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने बदला ले लिया है. पाकिस्तान की जमीन से चलाए जा रहे 9 आतंकी कैंपों पर भारत ने तगड़ा एयर स्ट्राइक किया है. भारत ने इसे ऑपरेशन सिंदूर ना दिया है क्योंकि आतंकियों ने देश की बहनों और बेटियों का सुहाग उजाड़ा. उन सिंदूर की कीमत अब आतंकियों को अपनी तबाही से चुकानी पड़ रही है.
9 टेरर कैंपों को निशाना बनाया गया
भारत ने चुन-चुनकर उन 9 टेरर कैंपों को निशाना बनाया है जहां से भारत में टेरर अटैक की तमाम साजिशें रची गईं. ये वही ठिकाने थे जहां से पहलगाम हमले की साजिश रची गई. जहां से मुंबई हमले की साजिश रची गई और जहां से उरी और पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को अंजाम दिया गया.
सेना ने कुल 9 लोकेशनों पर हमला किया, जिनमें बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और कोटली जैसे इलाके शामिल हैं. ये सभी जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों के मजबूत गढ़ माने जाते हैं. खबरों की मानें तो जवाबी कार्रवाई के दौरान भारत ने पाकिस्तान का एक फाइटर जेट भी मार गिराया. फाइटर जेट गिरने के विजुअल सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि ये पाकिस्तानी एयरफोर्स का J-17 फाइटर जेट है. हालांकि भारतीय सेना ने इसपर कोई बयान नहीं दिया है.
सेना ने कहा न्याय मिल गया, जय हिंद!
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "Justice is served. Jai Hind!" सेना के एडिशनल डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ पब्लिक इंफॉर्मेशन (ADGPI) ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी आज दोपहर एक ब्रीफिंग में दी जाएगी.
बॉर्डर पर गोलीबारी जारी
भारत की तरफ से पाक के टेरर कैंपों को निशाना बनाने के बाद पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती इलाकों पर मोर्टार और आर्टिलरी से भारी गोलाबारी की. पुंछ के कृष्णा घाटी, शाहपुर और मनकोट और राजौरी के लाम, मंजाकोट और गंबीर ब्राह्मणा इलाकों में फायरिंग की गई. भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है.
पाक चीन के साथ मिलकर बनाता है JF-17
ये वही लड़ाकू विमान है, जिसे पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर बनाता है. JF-17 की लंबाई लगभग 14.9 मीटर है, जबकि इसका विंगस्पैन यानी पंखों की चौड़ाई 9.45 मीटर और ऊंचाई 4.77 मीटर तक होती है. ये विमान भारी हथियार और फ्यूल लेकर उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज करीब 2,000 किलोमीटर तक होती है लेकिन इसके बावजूद, भारतीय राडार और मिसाइल सिस्टम से यह जेट नहीं बच पाया.