Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना के जवानों को पिलाई चाय, अब इंडियन आर्मी ने 10 साल के बच्चे को दिया बड़ा तोहफा
ऑपरेशन सिंदूर में भारत-पाकिस्तान के सैन्य टकराव के बीच 10 साल के बच्चे ने भारतीय जवानों को चाय पिलाई थी. अब भारतीय सेना ने कक्षा 4 में पढ़ने वाले बच्चे को बड़ा तोहफा देने का फैसला किया है. इंडियन आर्मी छात्र की पढ़ाई का खर्च उठाएगी.
Indian Army Sponsor 10 Year Boy (Photo Credit: X/Indian Army) - नई दिल्ली,
- 21 जुलाई 2025,
- (Updated 21 जुलाई 2025, 6:25 PM IST)
हाइलाइट्स
ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकी ढेर
आतंकियों के खिलाफ शुरू किया गया था ऑपरेशन सिंदूर
10 साल के बच्चे ने की थी स
इंडियन आर्मी ने एक 10 साल के बच्चे की पढ़ाई स्पॉन्सर करने का फैसला किया है. भारतीय सेना पंजाब के श्रावण सिंह की पढ़ाई का खर्च उठाएगी. इंडियन आर्मी की गोल्डन एरो डिवीजन ने श्रावण सिंह की पढ़ाई का खर्चा उठाने का फैसला किया है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 10 साल के श्रावण सिंह ने भारतीय सेना के जवानों को चाय और लस्सी पिलाई थी.
इंडियन आर्मी ने 10 साल के श्रावण सिंह को शानदार तोहफा दिया है. लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने श्रवण को सम्मानित करते हुए कहा, श्रवण में हम सिर्फ साहस ही नहीं बल्कि अद्भुत काबिलियत भी देखते हैं. सेना हर कदम पर उनके साथ खड़ी है. लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया कि श्रवण की एडमिशन फीस से लेकर पढ़ाई के हर जरूरत पर ध्यान दिया जाएगा. बच्चे की पढ़ाई में आर्थिक तंगी बाधा नहीं बनेगी.
श्रावण ने कैसे की थी मदद?
- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के जवान फिरोजपुर बॉर्डर पर तैनात थे. पाकिस्तान का डटकर सामना कर रहे थे.
- युद्ध के दौरान टेंशन के बीच में भारत-पाक बॉर्डर से सिर्फ 1 किमी. दूर तारावाली गांव में एक लड़के सेना के जवानों की मदद की.
- एक सरकारी स्कूल में कक्षा चार के छात्र श्रवण ने भारतीय सेना के जवानों तक दूध, लस्सी, चाय और पानी पहुंचाया. इसमें श्रावण के पिता ने भी मदद की
- हाई अलर्ट जोन में श्रावण ने इंडियन आर्मी के जवानों की मदद की. सेना ने इसकी तारीफ भी की.
सेना ने दिया तोहफा
- फरीदाबाद कैंटनमेंट में आयोजित एक समारोह में पश्चिमी कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार किटियार ने श्रवण सिंह का सम्मान किया.
- सेना की “गोल्डन एरो डिवीजन” ने वे श्रवण की पढ़ाई का खर्च उठाने का फैसला लिया. सेना श्रवण की स्कूल की फीस, किताबें और यूनिफॉर्म का खर्च उठाएगी.
- श्रवण ने कहा कि मैं बड़ा होकर फौजी बनना चाहता हूं. देश की सेवा करना चाहता हूं.
- उसकी मां संतोष रानी और पिता सोना सिंह ने बताया कि वो सैनिकों के बीच बिल्कुल भी नहीं डरा.
- एक छोटे बच्चे की बहादुरी और सेवा ने न केवल सैनिकों का दिल जीता, बल्कि उसे सेना और पूरे देश का सहयोग भी मिला.
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
- ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना का एक विशेष सैन्य अभियान है. भारतीय सेना ने मई 2025 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और सीमा के पास आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए शुरू किया था.
- ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को भारतीय सेना ने लॉन्च किया था. भारत का ये ऑपरेशन पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था.
- भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन में अत्याधुनिक हथियार, रॉकेट, तोपखाना और मिसाइलों का इस्तेमाल किया
- इस ऑपरेशन की वजह से भारत-पाक सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया. दोनों देशों के बीच संघर्ष की स्थिति बन गई थी.
ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' क्यों?
- भारतीय सेना के इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया. 'सिंदूर' शब्द का संबंध शौर्य, पराक्रम और विजय के प्रतीक से है.
- सिंदूर का सांस्कृतिक अर्थ भारतीयता और शक्ति से भी जुड़ा है. इसीलिए इस सैन्य अभियान को यह नाम दिया गया.
- ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की एक सर्जिकल स्ट्राइक जैसी बड़ी और साहसी कार्रवाई थी. इससे आतंकियों के मंसूबों को बड़ा झटका लगा.
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