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 Representaitive Image सिंगापुर में भारतीय मूल के सीनियर सेल्स एग्जीक्यूटिव शक्तिबालन बालथंडौथम को "द स्ट्रेट्स टाइम्स सिंगापुरियन ऑफ द ईयर 2021" का पुरस्कार मिला है. शक्तिबालन ने अपने लीवर का एक हिस्सा एक साल की बच्ची को दान किया है, जिससे वो कभी मिले भी नहीं हैं.
दान किया 23 प्रतिशत हिस्सा
द स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार के मुताबिक जुलाई 2020 में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए शक्तिबालन को पता लगा था कि एक युवा भारतीय जोड़ा अपनी एक साल की बच्ची बेबी रिया के लिए बुधवार लीवर डोनर देख रहे हैं. इसके बाद उनके मन में इस बात का ख्याल आया और शक्तिबालन ने अपने लीवर का 23 प्रतिशत हिस्सा 30 सितंबर को 2020 को बेबी रिया को दान कर दिया. इस बात से प्रभावित होकर सिंगापुर के राष्ट्रपति  हलीमा याकूब ने उन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया.
अब अन्य लोगों को कर रहे प्रोत्साहित
बलथंडौथम के इस उदार भाव ने छोटी बच्ची रिया को नया जीवन दान दिया है. साल 2019 में उसके जन्म के कुछ सप्ताह बाद रिया को बाइलरी अट्रेसिया का पता चला था. इस बीमारी के कारण यकृत में पित्त नलिकाओं में सूजन आ जाती है, जिससे पित्ताशय की थैली में पित्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है. इस स्थिति की वजह से लीवर फेलियर भी हो जाता है. ऑपरेशन के बाद डोनर और प्राप्तकर्ता दोनों ही पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वहीं बलथंडौथम का रिया के परिवार के साथ एक अच्छा बॉन्ड बन गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि शक्तिबालन अब अंगदान के पैरोकार बन गए हैं और अधिक लोगों को आगे आने और जरूरतमंद मरीजों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
पुरस्कार में मिले 20 हजार सिंगापुरी डॉलर
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने आगे क्यों कदम बढ़ाया, श्री बालथंडौथम ने कहा, "मैंने मन ही मन सोचा, वहां एक लड़की है, जो बहुत छोटी है, जो एक जीवित जिगर दाता की तलाश में है. मुझे लगा कि यह मेरे लिए कदम बढ़ाने और कुछ बड़ा करने का एक अवसर है."बलथंडौथम को द स्ट्रेट्स टाइम्स सिंगापुरियन ऑफ ईयर 2021 पुरस्कार के रूप में एक ट्रॉफी और 20,000 सिंगापुरी डॉलर नकद से सम्मानित किया गया.
राष्ट्रपति ने की तारीफ
पुरस्कार समारोह में अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रपति हलीमा ने कहा कि फाइनलिस्ट ने सिंगापुर के लोगों को याद दिलाया कि एक बड़े उद्देश्य की पूर्ति करने का क्या अर्थ है. उन्होंने कहा, "एसटी सिंगापुरियन ऑफ द ईयर फाइनलिस्ट हमें अपनी सामान्य क्षमताओं से परे सोचने और कार्य करने की चुनौती देते हैं. वे हमें अपने आराम क्षेत्र में रहने के लिए असहज महसूस कराते हैं ताकि हम अपनी अपेक्षाओं को पार कर काम कर सकें."