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Indian Railways: रेलवे मुसाफिरों के लिए काम की खबर, ट्रेन में कोच अटेंडेट और AC मैकेनिकों के लिए ड्रेस कोड लागू

भारतीय रेलवे के वाराणसी मंडल में कोच अटेंडेंट और AC मैकेनिक के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया है. इससे मुसाफिरों को फायदा होगा. रेलवे को शिकायत मिल रही थी कि बोगी में कोच की पहचान नहीं हो पाती है. इसके बाद वाराणसी मंडल ने इसपर विचार किया. रेलवे ने कोच अटेंडेंट और एसी मैकेनिक के लिए नया ड्रेस कोड शुरू कर दिया.

भारतीय रेलवे ने ट्रेन में कोच अटेंडेंट और एसी मैकेनिक के लिए ड्रेस कोड लागू किया भारतीय रेलवे ने ट्रेन में कोच अटेंडेंट और एसी मैकेनिक के लिए ड्रेस कोड लागू किया

हमारे देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना रेलवे के सफर में रहता है. यही वजह है कि भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. एक तरफ भारतीय रेलवे ट्रेनों को सुरक्षित और समयबद्ध तरीके से चलाने के लिए लगातार आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर रहा है और अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ यात्री सुविधाओं में भी विस्तार के साथ सुविधाओं को अपग्रेड भी किया जा रहा है. इसी क्रम में अब भारतीय रेलवे एसी डिब्बों मे यात्रियों को बेड रोल वितरित करने वाले कोच अटेंडेंट और AC मैकेनिक की पहचान के लिए नये ड्रेस कोड का निर्धारण किया है.

AC अटेंडेंट के लिए ड्रेस कोड-
भारतीय रेलवे ट्रेनों के AC डिब्बों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है. वातानुकूलित डिब्बों में यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध कराने के साथ-साथ AC चलाने के लिए ऑपरेटर भी मौजूद रहते हैं. लेकिन यात्रा के दौरान पैसेंजर्स को इनको ढूंढने में काफी दिक्कत होती थी. उधर, यात्रियों की तरफ से अक्सर इस तरह की शिकायतें भी दर्ज कराई जा रही थी. जिसके मद्देनजर भारतीय रेलवे ने एसी डिब्बों के कोच अटेंडेंट के लिए ड्रेस कोड का प्रावधान शुरू किया. इसी क्रम मे वाराणसी मण्डल के बनारस, छपरा एवं मऊ स्टेशनों के कोचिंग डिपो के सभी रेकों में 15 मई 2023 के अनुबन्ध के अनुसार नया ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) शुरू कर दिया गया है. साथ ही कोच अटेंडेंट और एसी मैकेनिक के लिए नया ड्रेस कोड भी लागू कर दिया गया है.

नीले और लाल रंग की होगी ड्रेस-
नये ड्रेस कोड के अनुसार ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) कर्मियों को नीले रंग का ड्रेस तथा उच्च दृश्यता वाली नारंगी जैकेट प्रदान किया जायेगा. ताकि पैसेंजर्स उनकी पहचान आसानी से कर सकें. जैकेट पर बेडरोल और एसी लेबल अंकित होगा. इसके साथ ही इस नई व्यवस्था में आगमन एवं प्रस्थान दोनों स्टेशनों पर ऑन बोर्ड लिनेन वितरण (ओ.बी.एल.डी.) कर्मचारियों की ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जी.पी.एस.) कैमरा द्वारा उपस्थिति दर्ज की जा रही है.

मुसाफिरों को होगा फायदा- सीपीआरओ
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व यात्रियों को ऑन बोर्ड लिनेन वितरण स्टाफ एवं अन्य सेवायें जैसे- ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस (ओ.बी.एच.एस.), वातानुकूलन (ए.सी.) मैकेनिक कर्मियों के बीच पहचान करने में समस्या हो रही थी और इस सम्बन्ध में 'रेल मदद' पोर्टल के माध्यम से शिकायत एवं सुझाव प्राप्त हो रहे थे. इस समस्या के समाधान के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा एक नई पहल शुरू की गई है. जिसके अन्तर्गत कर्मचारियों के ड्रेस कोड में परिवर्तन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस नई व्यवस्था से ट्रेन में यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिसका सीधा लाभ यात्रियों को मिलेगा. पंकज कुमार सिंह ने आगे बताया कि वाराणसी मण्डल में इस नई व्यवस्था को लागू कर दिया गया है. इस सुविधा पर मिले फीडबैक के आधार पर आगे अन्य कोचिंग डिपो में भी इस प्रकार की व्यवस्था लागू की जा सकती है.

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