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अब फ्लाइट्स की तरह इन ट्रेनों में मिलेगी होस्टेस की सुविधा, कैटरिंग को भी बनाया जाएगा स्टैंडर्ड

अब वो दिन दूर नहीं जब आपको ट्रेन में भी फ्लाइट जैसी एयर होस्टेस देखने को मिलेंगी. रेलवे यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए रोजाना नए सुधार ला रहा है. भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस की सुविधा दी है. इन ट्रेनों में 12 शताब्दी ट्रेनें, एक गतिमान, 2 वंदे भारत और एक तेजस ट्रेन शामिल हैं.

Train Hostesses Train Hostesses
हाइलाइट्स
  • ट्रेन होस्टेस की नहीं लगाई जाएगी नाइट शिफ्ट

  • 25 प्रीमियम ट्रेनों में मिलेगी ट्रेन होस्टेस की सुविधा

अब वो दिन दूर नहीं जब आपको ट्रेन में भी फ्लाइट जैसी एयर होस्टेस देखने को मिलेंगी. रेलवे यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए रोजाना नए सुधार ला रहा है. भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रीमियम ट्रेनों में ट्रेन होस्टेस की सुविधा दी है. इसमें वंदे भारत, गतिमान और तेजस एक्सप्रेस शामिल हैं. हालांकि इन ट्रेन होस्टेसेज को राजधानी एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी की प्रीमियम ट्रेनों में शामिल नहीं किया जाएगा. 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रेन में होस्टेस को लाने का निर्णय इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों को बेहतर यात्री सुविधा प्रदान करने के विचार के साथ लिया गया है. अधिकारी ने बताया कि प्रीमियम ट्रेन का पूरा क्रू फीमेल नहीं होगा, यात्रियों को खाना पहुंचाने और अतिथि-सत्कार के लिए पुरूष अटेंडेंट भी रखें जाएंगे.

नहीं लगाई जाएगी नाइट शिफ्ट
तो अगली बार अगर आप ट्रेन से सफर कर रहे हो और सामने से आपको कोई फीमेल होस्टेस आकर आपको खाना सर्व करे तो चौकिएगा मत. रेलवे कुछ चुने हुए रास्तों पर फ्लाइट्स में दिखने वाली एयर होस्टेस की तर्ज पर ट्रेन होस्टेस लाने वाला है. अधिकारी ने बताया कि फ्लाइट्स की तरह ही ट्रेन में भी होस्टेस होंगी और कैटरिंग को भी एयरलाइन्स के स्टैंडर्ड से मैच करने की कोशिश की जाएगी. होस्टेस से काम सिर्फ दिन में लिया जाएगा रात में इनकी ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी.

क्या होगा काम?
भारतीय रेलवे इस समय 25 प्रीमियम ट्रेनें चला रहा है, जिसमें 12 शताब्दी, एक गतिमान, 2 वंदे भारत और एक तेजस ट्रेन शामिल हैं. यात्रा के दौरान होस्टेस ट्रेन में पेसेंजर का स्वागत करने से लेकर उन्हें खाना देने और उनकी शिकायतों को सुनने का काम करेंगी. रेलवे अटेंडेट की ड्रेस एक जैसी होगी. आतिथि सेवा सत्कार के क्षेत्र में प्रशिक्षित महिलाओं को ही भर्ती किया जाएगा.


इस संबंध में सभी संबंधित विभागों और हितधारकों को पहले ही एक आदेश जारी किया जा चुका है. आदेश में कहा गया है कि मामले की जांच की गई है और ट्रेनों में खाना देने की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया है. आदेश के अनुसार क्षेत्रीय रेलवे दी जा रही सेवाओं और लागू दर सूची के आधार पर वसूल किए जाने वाले खानपान शुल्क का सत्यापन करेगा और टिकट बुकिंग के समय एआरपी डेट से खानपान सेवाओं की बुकिंग/ऑप्ट आउट करने के लिए पीआरएस सॉफ्टवेयर में फीड करेगा.