
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद 24 अप्रैल को जलशक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल मंत्रालय के सचिव सईद अली मुर्तजा को पत्र लिखकर साफ कर दिया था कि भारत में क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद के ज़रिए पाकिस्तान आतंकी हमले करता है. भारत की तरफ से कई तकनीकी कारणों का भी हवाला देते हुए भारत सरकार का सिंधु जलसंधि को रद्द का फैसला बता दिया गया था. उसके बाद से पाकिस्तान 4 पत्र लिख चुका है और सिंधु जल संधि को रोकने के फैसले पर दोबारा विचार करने का अनुरोध कर चुका है.
पाकिस्तान 4 बार चिट्ठी लिखकर भारत से किया अनुरोध-
पाकिस्तान अब तक चार पत्र लिख चुका है. पाकिस्तान ने इन पत्रों में भारत से अनुरोध करते हुए कहा कि भारत सिंधु जल संधि को रोकने के फैसले पर दोबारा विचार करे. पाकिस्तान के जल मंत्रालय के सचिव ने सईद अली मुर्तजा ने सिंधु जलसंधि रोकने के फैसले को बदलने के लिए पहला पत्र ऑपरेशन सिंदूर से पहले मई के पहले सप्ताह में लिखा था. उसके बाद पाकिस्तान के जल मंत्रालय के सचिव ने तीन और पत्र लिखकर भारत से गुहार लगाई है कि सिंधु जलसंधि को बरकरार रखा जाए. सूत्रों के अनुसार जल शक्ति मंत्रालय ने सभी पत्रों को विदेश मंत्रालय को भेज दिया है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान को साफ कर दिया था कि ट्रेड और टेरर, पानी और खून, गोली और बोली एक साथ नहीं हो सकते.
सिंधु के पानी को लेकर योजनाएं बना रहा भारत-
भारत ने सिंधु के पानी को लेकर बड़ी योजनाएं बनानी शुरू कर दी है. 130 किलोमीटर की नहर ब्यास नदी से पानी को गंगनहर तक जोड़ेगी और यमुना को जोड़ने के लिए भी नहर बनाने का प्रस्ताव है. 200 किलोमीटर तक का प्रोजेक्ट है. 200 किलोमीटर के प्रोजेक्ट में 12 किलोमीटर की टनल भी बनेगी. यमुना का पानी गंगासागर तक जा सकता है.
2-3 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट-
भारत के नहर योजना से दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों को फायदा मिल सकता है. सरकार के मुताबिक परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है. दो से तीन साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. सिंधु के पानी को लेकर पूरे प्रोजेक्ट का डीपीआर जल्द ही बनेगा.
पाक में फसल के साथ पीने के पानी का भी होगा संकट-
सूत्रों के अनुसार सिंधु जलसंधि के कारण पाकिस्तान की रबी की फसल बर्बाद हो सकती है. लेकिन खरीफ पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. इस संधि के रोकने से पाकिस्तान में केवल फसलों पर ही नहीं, जनजीवन पर भी पड़ेगा. पाकिस्तान में पीने के पानी का संकट खड़ा हो जाएगा.
सूत्रों की माने तो पाकिस्तान ने वर्ल्ड बैंक से सिंधु जलसंधि मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई थी. वर्ल्ड बैंक भारत के पाकिस्तान से सिंधु जल संधि रोकने फैसले पर दखल देने से इनकार कर चुका है.
(हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट)
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