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Kedarnath Yatra: आज के लिए ठप हुई केदारनाथ यात्रा, आप भी बना रहे हैं जाने का प्लान तो जान लें ये बातें

जो चारधाम यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. ताजा अपडेट ये है कि मौसम श्रद्धालुओं की कड़ी परीक्षा ले रहा है. खराब मौसम की वजह से चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया है. आज के लिए केदारनाथ यात्रा भी स्थगित कर दी गई है. यही नौबत रेस्क्यू तक की आ गई है. चारधाम यात्रा पर गए एक शख्स को बचाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी है.

आज के लिए ठप हुई केदारनाथ यात्रा आज के लिए ठप हुई केदारनाथ यात्रा
हाइलाइट्स
  • मौसम सामान्य होने पर फिर शुरू होगी यात्रा

  • प्रशासन ने जारी की ये गाइडलाइन

मौसम की वजह से आज केदारनाथ यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है. तस्वीरों में भी आप देख सकते हैं कि किस तरह मौसम यहां बिगड़ा हुआ है. हर कोई आपको रेनकोट पहने नजर आ रहा है. बर्फबारी की वजह से ठंड में इजाफा हो गया है. खबर ये भी है कि आज कोई भी यात्री केदारनाथ नहीं जा सकेगा. मंगलवार को जो यात्री केदारनाथ गए हैं, वे भी दर्शन कर वापस लौट आएंगे. मतलब उन्हें वहां रुकने की इजाजत नहीं होगी. 

मौसम सामान्य होने पर फिर शुरू होगी यात्रा
केदारनाथ की स्थितियों का जायजा लेने के लिए खुद राज्य के डीजीपी केदारनाथ पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने पुलिस को किसी भी यात्री को गौरीकुंड और सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने देने के निर्देश दिए हैं. प्रशासन के मुताबिक मौसम सामान्य होने पर यात्रा सुचारु कर दी जाएगी. डीजीपी के निर्देश के बाद मंगलवार को केदारनाथ जा रहे यात्रियों सोनप्रयाग में रोक दिया गया है. यात्रियों से मौसम खुलने तक सुरक्षित स्थानों पर होटल लॉज में विश्राम करने की अपील की गई है.

प्रशासन ने जारी की ये गाइडलाइन
आपको बता दें 3500 मीटर से ज़्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की आशंका मौसम विभाग ने जताई है. मौसम विभाग की मानें तो पहाड़ों में अभी मौसम का मिज़ाज कुछ ऐसा ही रह सकता है. यही नहीं मौसम विभाग ने यहां येलो अलर्ट जारी कर दिया है. तीर्थयात्रियों से अपील की जा रही है कि मौसम साफ होने के बाद ही अपने कैंपों से बाहर निकलें. क्योंकि बेमौसम बरसात की वजह से केदारनाथ में व्यवस्थाएं बाधित हैं. मौसम के सख्त देखते हुए ही प्रशासन ने फिलहाल केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन 5 मई तक रोक दिया है. फिलहाल ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह के रजिस्ट्रेशन रोक दिए गए हैं. प्रशासन की कोशिश यही है कि श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानियों का सामना करना पड़े.