
प्लास्टिक कचरे की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए केरल सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. एक्साइज डिपार्टमेंट ने फैसला लिया है कि अब 800 रुपये से ऊपर की कीमत वाली शराब सिर्फ कांच की बोतलों में ही बेची जाएगी. साथ ही, प्लास्टिक और कांच दोनों प्रकार की बोतलों पर 20 रुपये का एक्स्ट्रा शुल्क बतौर डिपॉजिट लिया जाएगा, जो बोतल वापस करने पर ग्राहकों को लौटा दिया जाएगा.
‘क्लीन केरल कंपनी’ के सहयोग से लागू होगी योजना
राज्य के आबकारी मंत्री एम.बी. राजेश ने बताया कि यह पहल सितंबर महीने में तिरुवनंतपुरम और कन्नूर जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू होगी. इस योजना को ‘क्लीन केरल कंपनी’ के सहयोग से लागू किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में यह मॉडल पहले से सफलतापूर्वक चल रहा है और केरल सरकार ने वहां की प्रणाली का गहराई से अध्ययन किया है.
बोतल पर होगा QR कोड, लौटाने पर मिलेगा रिफंड
नई व्यवस्था के तहत हर बोतल पर एक यूनिक क्यूआर कोड होगा. कस्टमर को बोतल लौटाते समय यह कोड स्कैन किया जाएगा, जिससे डिपॉजिट की गई 20 रुपये की राशि तुरंत रिफंड की जा सके. मंत्री ने स्पष्ट किया कि 20 रुपये कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं है, बल्कि यह एक तरह का निवेश है जो बोतल वापस करने पर पूरी तरह लौटाया जाएगा.
हर साल बिकती हैं 70 करोड़ बोतलें, 80% प्लास्टिक
राज्य में हर साल करीब 70 करोड़ शराब की बोतलें बिकती हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत प्लास्टिक की होती हैं. मंत्री राजेश का कहना है कि यह कदम सड़कों पर फेंकी जा रही बोतलों की समस्या का स्थायी समाधान बन सकता है. इससे न केवल प्लास्टिक कचरे में कमी आएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी.
थ्रिसूर में खुलेगा पहला सुपर प्रीमियम Bevco आउटलेट
इसके साथ ही सरकार ने एक और बड़ा ऐलान किया है. 5 अगस्त को थ्रिसूर में राज्य का पहला 'सुपर प्रीमियम' Bevco आउटलेट खोला जाएगा, जहां 900 रुपये से ऊपर की विदेशी शराब बेची जाएगी. आने वाले समय में हर जिले में एक-एक सुपर प्रीमियम आउटलेट खोलने की योजना है.