
मानसून एक बार फिर से एक्टिव हो चुका है. पश्चिमी तट वाले राज्यों खासकर महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में बारिश का दौर देखने को मिल रहा है. इसके अलावा गुजरात, राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि जल्द ही देश भर में मानसून छा सकता है.
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून अब उत्तर अरब सागर और गुजरात के कुछ और हिस्सों, विदर्भ के शेष भागों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों, ओडिशा के बचे हुए क्षेत्रों, झारखंड के कुछ हिस्सों, संपूर्ण गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तर-पश्चिमी बंगाल के शेष भागों तक पहुंच गया है. साथ ही बिहार के कुछ हिस्सों को भी मानसून ने कवर कर लिया है.
आपको बता दें, मानसून ने इस साल केरल में अपने तय समय से पहले 24 मई को ही दस्तक दे दी थी और तेजी से दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी भारत के साथ ही पश्चिम के कुछ हिस्सों में पहुंच गया था लेकिन 29 मई से इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई थी.
अब तक यहां तक पहुंचा है मानसून
मौजूदा समय में मानसून की उत्तरी सीमा (NLM) देश के कई प्रमुख शहरों से होकर गुजर रही है, जिनमें दीसा, इंदौर, पंचमढ़ी, मंडला, अंबिकापुर, हजारीबाग और सुपौल शामिल हैं. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले 48 घंटों में मानसून और आगे बढ़ेगा. इसकी गति अनुकूल बनी हुई है और यह जल्द ही उत्तर प्रदेश के कुछ पूर्वी हिस्सों, राजस्थान के कुछ क्षेत्रों और मध्यप्रदेश के शेष हिस्सों में भी प्रवेश कर सकता है.
दो दबाव क्षेत्र बढ़ाएंगे बारिश की तीव्रता
मानसून एक्टिव होने के साथ मंगलवार सुबह दो महत्वपूर्ण लो-प्रेशर एरिया भी देखे गए हैं, जो बारिश को और तेज करने में सहायक होंगे.
पूर्वी सिस्टम: पहला दबाव क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और उससे सटे गंगीय पश्चिम बंगाल में बना हुआ है. यह सिस्टम फिलहाल स्थिर है, लेकिन अगले 24 घंटों में इसके धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके कारण पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा में मानसून की सक्रियता और बढ़ेगी.
पश्चिमी सिस्टम: दूसरा दबाव क्षेत्र गुजरात और उसके आसपास के हिस्सों में बना है. यह सिस्टम भी फिलहाल स्थिर है और अगले 24 घंटों में उत्तर की ओर बढ़ सकता है. इससे उत्तरी गुजरात और उससे लगे हिस्सों में मानसूनी बारिश तेज हो सकती है.
मध्य और पूर्वी भारत में बारिश की संभावना
इन दोनों दबाव क्षेत्रों के प्रभाव से आने वाले दिनों में मध्य और पूर्वी भारत में व्यापक बारिश की संभावना है. विशेष रूप से बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं. इससे खेती-किसानी को राहत मिलेगी.
मानसून का एक्टिव फेज शुरू
दक्षिण-पश्चिम मानसून अब सक्रिय अवस्था में है और इसके अगले दो दिनों में उत्तर भारत के और हिस्सों में पहुंचने की पूरी संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून सामान्य से तेज रफ्तार से बढ़ रहा है, जो देशभर में बारिश की गतिविधियों को मजबूती देगा. बारिश से फसलों को फायदा होगा और तापमान में गिरावट भी दर्ज की जाएगी. अगले 10 दिनों में पश्चिमी तटीय क्षेत्रों, मध्य और उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तेज बारिश होने का अनुमान है.