प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी सोमवार को भारतीय नौसेना (Indian Navy) द्वारा आयोजित नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO) के 'स्वावलंबन' (Swavlamban) कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और नए युग के युद्ध पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रीय रक्षा अब सीमाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अंतरिक्ष, साइबर स्पेस और आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र की ओर बढ़ गई है.
अब केवल जमीन, समुद्र और आकाश तक सीमित नहीं है सेना- पीएम मोदी
डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में नौसेना नवाचार और स्वदेशीकरण संगठन (NIIO) में मोदी ने कहा, "राष्ट्रीय रक्षा अब सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि बहुत व्यापक है. इसलिए हर नागरिक को इसके बारे में जागरूक करना भी उतना ही जरूरी है. अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे भी व्यापक हो गए हैं. युद्ध के तरीके भी बदल रहे हैं. पहले हम केवल जमीन, समुद्र और आकाश तक अपनी रक्षा की कल्पना करते थे. अब यह क्षेत्र अंतरिक्ष, साइबर स्पेस और आर्थिक और सामाजिक अंतरिक्ष की ओर बढ़ रहा है."
झूठे अभियान चलाकर देश में अशांति फैलाई जा रही है - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक मंच पर खुद को स्थापित कर रहा है. सोशल मीडिया और झूठे अभियान से लगातार लोग शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें भारत के हितों को नुकसान पहुंचाने वाली ताकतों के हर प्रयास को विफल करना होगा, चाहे वह देश में हो या विदेश में"
आजादी से पहले काफी मजबूत था भारत का डिफेंस सेक्टर - पीएम मोदी
उन्होंने कहा आजादी से पहले भारत का डिफेंस सेक्टर काफी मजबूत हुआ करता था. आजादी के समय देश में 18 ऑर्डनेस फैक्ट्रियां थीं, जहां तोप समेत कई तरह के सैनिक साजो-सामान हमारे देश में बना करते थे. हमारी होवित्जर तोपों, इशापुर राइफल फैक्ट्री में बनी मशीनगनों को श्रेष्ठ माना जाता था.
विदेशों से इंपोर्ट करने के आदि हो गए थे हम- पीएम मोदी
मोदी ने देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, "हमने सरलतम उत्पादों के लिए भी विदेशों पर निर्भर रहने की आदत विकसित की है. नशा करने वालों की तरह, हम विदेशों से इंपोर्ट के आदी थे. इस मानसिकता को बदलने के लिए, हमने 2014 के बाद मिशन मोड पर काम किया."
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