
विशाखापत्तनम में इंडियन नेवी का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास मिलन 2024 आयोजित हो रहा है. यह युद्धाभ्यास 19 फरवरी से 27 फरवरी तक चलेगा. इसमें 50 से अधिक देशों की नौसेनाएं शामिल होंगी. इसको लेकर नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि यह पहला ज्वाइंट ऑपरेशन होगा, जब दो युद्धपोत एक साथ शामिल होंगे. इसके अलावा इस युद्धाभ्यास में एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत और विक्रमादित्य पहली बार शामिल होंगे.
50 से अधिक देश होंगे शामिल-
Milan- 2024 में 50 से अधिक देशों के युद्धपोतों और विमानों का बेड़ा महासागर और बंदरगाह पर सैन्य अभ्यास करेगा. एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि इस आयोजन के लिए 58 देशों को आमंत्रित किया गया था. जिसमें 50 दशों ने आने की पुष्टि की है. विशाखापत्तनम में मिलन का 12वां संस्करण आयोजित हो रहा है. इस दौरान महासागर को सुरक्षित और मुक्त रखने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर रणनीति को व्यवहारिक रूप से परखा जाएगा.
इस युद्धाभ्यास में इंडियन नेवी की तरफ से पहली बार दो युद्धपोत एक साथ शामिल होंगे. इस युद्धाभ्यास में एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत और विक्रमादित्य समेत 20 जहाज शामिल होंगे. इसके अलावा मिग 29K और P8I समेत 50 विमान इसमें हिस्सा लेंगे.
सभी क्वाड देश भी होंगे शामिल-
इस युद्धाभ्यास में 50 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं. इसमें अमेरिका, रूस और ईरान के युद्धपोत शामिल होंगे. इस युद्धाभ्यास में सभी चार क्वाड सदस्य शामिल हो रहे हैं. जिसमें अमेरिका और भारत के अलावा जापान और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हैं. इससे हिंद और प्रशांत महासागर में समुद्री रास्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले एक ज्वाइंट फोर्स के तौर पर इस ग्रुप को मजबूत करने के भारत की कोशिशों को बल मिलेगा.
2 चरण में होगा युद्धाभ्यास-
इस अभ्यास को बंदरगाह चरण और समुद्री चरण में बांटा गया है. बंदरगाह चरण में अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगोष्ठी, एक शहर परेड, प्रदर्शनियां, युवा अधिकारियों के बीच बातचीत होगी. जबकि समुद्री चरण में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास, पनडुब्बी रोधी युद्ध और सतह रोधी युद्ध संचालन शामिल होंगे. इसमें जहाजों, गश्ती विमानों और पनडुब्बियों की हिस्सेदारी होगी.
हार्बर फेज 21 फरवरी को समुद्रिका सभागार में शुरू होगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नेवल बेस पर मिलान विलेज का उद्घाटन करेंगे. जबकि 22 फरवरी को सुबह में ऑडिटोरियम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ चीफ गेस्ट होंगे. जबकि इंटरनेशनल सिटी परेड के चीफ गेस्ट सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी होंगे. मिलन- 2024 के दूसरे चरण सी फेज के लिए कोई वीवीआईपी दौरा नहीं होगा.
क्या है मिलन का मकसद-
मिलन 2024 का मकसद क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षत्रा को मजबूत करने और समुद्र के शांतिपूर्ण इस्तेमाल को बढ़ावा देना है. इसमें हिस्सा लेने वाले देश समुद्री खतरों से बेहतर समन्वय और आपस में भरोसा बढ़ाने के लिए काम करेंगे. इंटरनेशनल लेवल पर हूती विद्रोहियों के बढ़ते हमलों के बाद यह युद्धाभ्यास और भी महत्वपूर्ण हो गया है. हालांकि यह अभ्यास हूती हमलों पर केंद्रित नहीं है. लेकिन यह निश्चित तौर पर ऐसे खतरों के समाधान पर चर्चा करने और रणनीति बनाने के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म देता है. मिलन-2024 इंटरनेशनल सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अधिक सुरक्षित समुद्री वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक संभावित कदम के तौर पर काम करता है.
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