

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भारतीय पोशाक के प्रति आकर्षण के लिए जाना जाता हैं. बजट वाले दिन वित्त मंत्री ने खास ब्लू कलर की साड़ी पहनी थी. छठी बार बजट पेश कर रहीं वित्त मंत्री ने नीले और क्रीम रंग की टसर सिल्क साड़ी पहनी थी. पूरी साड़ी नीले रंग की थी और उस पर क्रीम रंग का कांथा हैंडवर्क का काम था.
कैसे होता है कांथा हैंडवर्क का काम
ये साड़ी खास टसर रेशम से तैयार की गई है. ये रेशम अपनी तांबे जैसी चमक के लिए जाना जाता है. टसर भारत की जनजातियों से गहराई से जुड़ा हुआ है. इस खास तरह के सिल्क को अक्सर वेडिंग के मौके या किसी खास कार्यक्रम के लिए चुना जाता है. टसर सिल्क पहने में बहुत ही आरामदायक होता है इसलिए ये लोगों की खास पसंद है. कांथा पश्चिम बंगाल में बनाई जाने वाली एक खास कला है.
कांथा कपड़ा बनाने के लिए कपड़े को पहले आकार में काटा जाता है और उपयुक्त आकार और मोटाई प्राप्त करने के लिए परत बनाई जाती है. परतों को जमीन पर फैलाया जाता है और इस्त्री किया जाता है. परतों को एक साथ रखने के लिए कारीगर पहले कपड़े के किनारे के चारों ओर कुछ बड़े, ढीले बस्टिंग टांके लगाते हैं. फिर बारीक कांथा सिलाई बनाई जाती है, जो एक कोने से शुरू होती है और कपड़े में सिलवटों और सिकुड़न से बचने के लिए छोटी, समानांतर चलने वाली रेखाएं बनाई जाती हैं. कांथा चिथड़े के कपड़े सिलने की सदियों पुरानी परंपरा है, जो पश्चिम बंगाल और ओडिशा और बांग्लादेश में विकसित हुई है.
इस नीले कलर की साड़ी का धार्मिक महत्व भी है. नीला रंग संचार, ज्ञान और शांति को दर्शाता है. इसके अलावा फेंगशुई में नीले रंग को प्रगति और सकारात्मक परिवर्तन का रंग बताया गया है.
सीतारमण की साड़ियों का कलेक्शन
साल 2022 के बजट वाले दिन वित्त मंत्री सीतारमण ने रस्ट कलर की बोमकाई साड़ी पहनी थी. बोमकाई साड़ियां आम तौर पर ओडिशा में बनाई जाती हैं. भूरा रंग विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक है. ऑफ-व्हाइट या क्रीम रंग वित्त मंत्री का पसंदीदा है क्योंकि वह अक्सर इसी रंग की साड़ी पहने नजर आती हैं. साल 2021 में, सीतारमण ने लाल और ऑफ-व्हाइट पोचमपल्ली साड़ी पहनी थी. इसके पूरे पल्लू में इकत पैटर्न था.पोचमपल्ली इकत पारंपरिक रूप से पोचमपल्ली, भूदान, तेलंगाना में बनाया जाता है.
साल 2020 में सीतारमण ने बजट वाले दिन येलो गोल्ड साड़ी पहनी थी. साल 2019 में, वित्त मंत्री ने अपनी पहली बजट प्रस्तुति पर गुलाबी-सुनहरे बॉर्डर वाली मंगलागिरी साड़ी पहनी थी.