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Ayodhya Double Decker Cruise: अब काशी की गंगा में चलेगा डबल डेकर क्रूज़, जानिए क्या होगी खासियत

काशी में गंगा विलास क्रूज के बाद अब अयोध्या में भी क्रूज चलाने की तैयारी है. ये भी लग्जरी क्रूज होगा. जिसकी सवारी सैलानी और श्रद्धालु कर सकेंगे. डबल डेकर वाले इस क्रूज पर कई और ऐसी सुविधाएं होंगी, जिसके जरिए आप सरयू के दर्शन कर सकेंगे.

अब काशी की गंगा में चलेगा डबल डेकर क्रूज़ अब काशी की गंगा में चलेगा डबल डेकर क्रूज़
हाइलाइट्स
  • पर्यटन की नई संभावनाएं बढ़ेंगी

  • भगवान राम के दर्शन कराएगा क्रूज

काशी में गंगा की लहरों पर दौड़े इस क्रूज को दुनिया ने देखा, गंगा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक यात्रा कराने वाले इस क्रूज को पीएम मोदी ने जब रवाना किया. तो भारत ने एक इतिहास दर्ज कराया. लेकिन अब हर इतिहास को पीछे छोड़ने का दौर चल रहा है और अब इसमें नाम जुड़ने वाला है अयोध्या का. जहां डबल डेकर क्रूज़ चलाने की तैयारी है.

क्या है डबल डेकर क्रूज़ की खासियत?
सरयू की लहरों पर दौड़ने वाले इस क्रूज में प्रभु श्रीराम के जीवन पथ को दिखाने के साथ ही राम भजन सुनने का सौभाग्य सैलानियों और श्रद्धालुओं को मिलने वाला है. क्रूज की लंबाई 26 मीटर और चौड़ाई 8.30 मीटर होगी. क्रूज सोलर पैनल से चलेगा. इसके फर्स्ट फ्लोर पर 72 से 100 लोगों के बैठने की जगह होगी. सबसे ऊपर का फ्लोर खाली रहेगा. जहां से सरयू विहार का नजारा लिया जा सकता है. गुप्तार घाट पर एक वर्कशॉप भी बनाया जा रहा है. जहां डबल डेकर क्रूज बनेगा. केरला से क्रूज के पार्ट्स आएंगे.

रा सामान केरला से लाना पड़ेगा. इसका रॉ मैटेरियल और मोल्ड भी, सब केरला से आएगा. इसमें 100 लोगों की कैपेसिटी होगी. इसमें बेडरूम है, क्रूज के लिए बेडरूम, टॉयलेट और 100 लोगों की सीटिंग कैपेसिटी होगी. इसकी लंबाई 26 मीटर की होगी और चौड़ाई 8.3 मीटर होगी, साथ में ही यह डबल डेकर है. फर्स्ट फ्लोर डेक में सीटिंग कैपेसिटी है और ऊपर के सेकंड डेक में पूरा ओपन स्पेस है. यह क्रूज सोलर पैनल से चलेगा. 

पर्यटन की नई संभावनाएं बढ़ेंगी
जिला प्रशासन का मानना है कि श्रद्धालु और सैलानियों के लिए इस तरह की सुविधाएं बढ़ने से पर्यटन की नई संभावनाएं बढ़ेंगी. बताया जा रहा है कि ये क्रूज लग्जरी होगा. इस पर मनोरंजन की सारी सुविधाएं मौजूद होंगी. साथ ही इसे रेस्टोरेंट से लैस किया जाएगा. प्रशासन की कोशिश है कि इस प्रोजेक्ट को इस साल ही दीपावली से पहले पूरा कर लिया जाए. ताकि दीपोत्सव से इसका लुत्फ उठाया जा सके.

अयोध्या के विकास और विस्तार में इसे बेंचमार्क की तरह सेट करने की कोशिश है. 2024 से पहले और उसके बाद अयोध्या अपने नए रूप में होगी. सरकार की कोशिश यही है और क्रूज़ जैसी सुविधाएं उसी बदलाव का हिस्सा हैं.

(अयोध्या से बनवीर सिंह की रिपोर्ट)