
Registration Certificate
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दिल्ली वालों को अब गाड़ी खरीदने के बाद रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा और न आरटीओ (RTO) दफ्तर के चक्कर काटने पड़ेंगे. केजरीवाल सरकार ने वाहन डीलर्स को ऑन-द- स्पॉट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मुहैया कराने की व्यवस्था शुरू कर दी है, साथ ही RC को नया रूप और हाई टेक भी बनाया गया है.
एप्लीकेंट को अब ट्रांसपोर्ट दफ्तर आने की जरूरत नहीं
दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली में फेसलेस सर्विस की शुरुआत की गयी है जिसके तहत एप्लीकेंट को अब ट्रांसपोर्ट दफ्तर आने की जरूरत नहीं होती है. दिल्ली में हर साल करीब साढ़े 6 लाख वाहन खरीदे जाते हैं और आरसी (RC) लेने के लिए आरटीओ (RTO) ऑफिस आना पड़ता था लेकिन अब उन्हें यहां आने की जरूरत नहीं होगी. कस्टमर जिस डीलर या शोरूम से गाड़ी खरीद रहे हैं वहीं तुरंत आरसी मुहैया कराई जाएगी.

मार्च 2021 में शुरू किया गया था पायलट प्रोजेक्ट
दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने ऑन-द-स्पॉट RC देने के मकसद से मार्च 2021 में कुछ डीलर्स के साथ मिलकर पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी. पायलट प्रोजेक्ट के दौरान तकनीकी खामियों को दूर किया गया. इस प्रोजेक्ट के दौरान करीब डेढ़ लाख लोगों को ऑन स्पॉट RC दी जा चुकी है. दिल्ली के 256 शो रूम में अब एक अलग डेस्क के साथ कंप्यूटर और प्रिंटर इंस्टॉल कर दिए गए हैं, जहां परिवहन विभाग द्वारा जारी एक कार्ड पर RC की जानकारी प्रिंट की जाती है.
पुरानी चिप को हटाकर लगाया गया नया होलोग्राम
आरसी मिलने से जुड़ी तकनीकी दिक्कतों के सवाल पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के समय आरसी को प्रिंट करने का ट्रायल किया गया था और खामियों को दूर कर लिया गया है. मंत्री ने आगे बताया कि नए रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में काफी बदलाव किए गए हैं. अब पुरानी चिप को हटाकर नया होलोग्राम आरसी में लगाया गया है. होलोग्राम की वजह से फर्जी तरीके से डुप्लीकेट आरसी बनाने की समस्या भी खत्म हो जाएगी. इसके अलावा RC में QR कोड भी प्रिंट किया जा रहा है. QR कोड की मदद से वाहन चालक और उसके वाहन से जुड़ी तमाम जानकारी जुटाई जा सकेंगी.
कैलाश गहलोत ने आगे बताया कि शो रूम में रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट बनाने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है. इस पूरी प्रक्रिया को दिल्ली परिवहन विभाग से जोड़ा गया है. एक क्लिक से परिवहन विभाग को जानकारी मिल जाएगी कि डीलर्स ने कितनी गाड़ियां बेचीं और कितने RC जनरेट किए हैं.
(पंकज जैन की रिपोर्ट)
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