
शनिवार सुबह राजधानी में हड़कंप मच गया, जब 100 से अधिक स्कूलों को बम धमकी वाला ईमेल मिला. सुबह करीब 6:10 बजे आए इस ईमेल का सब्जेक्ट था, “Bombs Placed in Your Building, React or Face the Disaster”.
धमकी की भाषा ने बढ़ाई दहशत
ईमेल में खुद को ‘4zurf’ और ‘Terrorizers 111’ नामक आतंकी संगठन का सदस्य बताने वाला शख्स लिखता है कि मैं नफरत की परिभाषा हूं. मेरी मौजूदगी से भगवान तक डरते हैं. मैंने आपके स्कूल भवनों में बम लगाए हैं. आपके पास इन्हें निष्क्रिय करने के लिए 24 घंटे हैं, वरना खून की नदियां बहेंगी. इस तरह की भाषा ने स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों और बच्चों में दहशत फैला दी.
सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी तलाशी अभियान
ईमेल मिलते ही पुलिस, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और फायर ब्रिगेड की टीमें तत्काल सक्रिय हो गईं. स्कूलों को खाली कराया गया और हर कोने की सघन तलाशी ली गई. हालांकि कई घंटों की जांच के बाद कहीं भी विस्फोटक सामग्री नहीं मिली. पुलिस ने इस धमकी को फर्जी (हो़क्स) करार दिया.
केजरीवाल का केंद्र पर हमला
घटना पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली के स्कूलों को बार-बार बम धमकी मिल रही हैं. हर तरफ़ अफ़रा-तफ़री हो जाती है, स्कूलों की छुट्टी होती है, बच्चों और अभिभावकों में डर फैलता है. लेकिन एक साल से न कोई पकड़ा गया, न कोई कार्रवाई हुई. चार इंजन वाली BJP सरकार राजधानी की सुरक्षा तक नहीं संभाल पा रही. माता-पिता रोज़ डर में जी रहे हैं. आख़िर ये सब कब खत्म होगा?
फिलहाल राहत, लेकिन चिंता बरकरार
हालांकि धमकी को झूठा साबित कर दिया गया है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की घटनाएं साइबर सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं. पुलिस ने ईमेल भेजने वाले की तलाश शुरू कर दी है.