
भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर तबाह किया है. आतंकी ठिकानों की तबाही से पाकिस्तान तिलमिला उठा है. पाकिस्तान लगातार सीमा पर गोलीबारी कर रहा है. पाकिस्तान की हरकतों की वजह से सीमा पर युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. बीती रात पाकिस्तान ने भारत में हमले की कोशिश की. लेकिन भारत ने इसे नाकाम कर दिया. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच हारोप ड्रोन की चर्चा हो रही है. ये ड्रोन पाकिस्तान के लिए काल बन सकता है. चलिए आपको इस हारोप ड्रोन के बारे में बताते हैं.
क्या है हारोप ड्रोन-
पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में हारोप ड्रोन के इस्तेमाल का दावा किया है. इस ड्रोन को कामिकाजे ड्रोन भी कहा जाता है. हारोप ड्रोन को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने बनाया है. इजरायल इस ड्रोन को ज्यादातर देशों को नहीं दिया है. इस हारोप ड्रोन को इजरायल के अलावा भारत और अजरबैजान इस्तेमाल करते हैं.
कैसा है हारोप ड्रोन-
आईएआई हारोप ड्रोन एक लॉइटरिंग म्युनिशन है. इसके नाम में IAI निर्माता कंपनी का नाम है, हारोप इस मॉडल का नाम है. इसको इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह घात लगाकर हमला करता है. टारगेट मिलने पर यह ड्रोन खुद उस पर विस्फोट कर देता है. भारत ने साल 2009 में 10 हारोप ड्रोन खरीदे थे. इसके लिए भारत ने 100 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. साल 2019 तक भारत ने 100 से ज्यादा ड्रोन्स शामिल कर लिए थे. इंडियन एयरफोर्स ने इस ड्रोन को P-4 नाम दिया है.
हारोप ड्रोन की खासियत-
हारोप ड्रोन 6 घंटे तक हवा में रह सकता है. यह 200 किलोमीटर की रेंज में टारगेट को ट्रैक कर सकता है. इसके ऑपरेटर रियल-टाइम में टारगेट को चुन सकते हैं और हमला कर सकता है. यह मानवरहित आत्मघाती ड्रोन है. इसकी लंबाई 2.5 मीटर है. इसके पंखों का फैलाव तीन मीटर तक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक हारोप करीब 20 किलोग्राम विस्फोटक ले जा सकता है.
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