

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपनी मां हीरा बा से गहरा रिश्ता था. पीएम जब भी गुजरात दौरे पर होते थे वो अपनी मां से मिलने के लिए वक्त जरूर निकाल लेते थे. पीएम मोदी के लिए उनकी मां कितनी अहम हैं इस बात का जिक्र उन्होंने सार्वजनिक मंचों से कई बार किया है. सितंबर 2015 में अमेरिका यात्रा के दौरान जब फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने उनसे मां के बारे में सवाल किया तो मोदी की आंखों से आंसू छलक पड़े थे.
मंच पर ही आंसू छलक पड़े थे
हीरा बा का शुक्रवार तड़के अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं. पीएम मोदी अपनी मां के संघर्षों का अक्सर जिक्र करते रहे हैं. हीरा बा के 100 वें जन्मदिन पर उन्होंने एक ब्लॉग भी लिखा था. जब प्रधानमंत्री अमेरिका गए थे तो फेसबुक के दफ्तर में मार्क जुकरबर्ग ने उनका विशेष साक्षात्कार लिया था. वो तारीख थी 28 सितंबर 2015.
देश-विदेश के तमाम मुद्दों पर चर्चा के बीच जब जुकरबर्ग ने पीएम से उनकी मां हीरा बेन के बारे में सवाल किया तो मंच पर ही उनके आंसू छलक पड़े थे. उस वक्त पीएम मोदी ने बताया था, 'हम जब छोटे थे, मेरे पिताजी का निधन हो गया. तब हमारा गुजारा करने के लिए मां पड़ोस के घरों में बर्तन साफ करने, पानी भरने, मजदूरी करने जाती थी.आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मां ने अपने बच्चों को बड़ा करने के लिए कितना कष्ट उठाया होगा.'
जुकरबर्ग भी कुछ देर के लिए सन्न रह गए थे
मोदी जब अपनी मां के बारे में बता रहे थे वहां मौजूद लोगों की भीड़ भी एकाग्रचित होकर सुन रही थी. मोदी अपने आंसू पोंछने लगे तो जुकरबर्ग भी कुछ देर के लिए सन्न रह गए थे. लोगों में भी तब से पीएम मोदी की मां के बारे में जानने की दिलचस्पी बढ़ गई. उसके बाद पीएम मोदी कई बार सार्वजानिक मंच पर अपनी मां का जिक्र करते नजर आए. इसी साल 2022 में बीते 18 जून को अपनी मां के जन्मदिन पर पीएम मोदी ने एक लंबा ब्लॉग लिखा. पीएम में भले ही कम उम्र में अपना घर छोड़ दिया पर अपने मां के प्रति उनका अटूट प्यार कभी कम नहीं हुआ. ऐसा कोई शुभ मौका नहीं, जिसमें पीएम ने अपनी मां का आशीर्वाद न लिया हो.
‘काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मां को श्रद्धांजलि देते हुए उनके दिए अहम संदेश का जिक्र किया है. पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया, ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है.साथ ही उन्होंने मां को याद करते हुए लिखा, मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से.’18 जून 2022 को हीरा बा का 100 वां जन्मदिन था. इस मौके पर पीएम मोदी खासतौर से गांधीनगर स्थित मां के घर पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया था. उन्होंने मां हीरा बा के चरण पखारे थे और तोहफे के रूप में शॉल भेंट की थी. हीराबेन का जन्म 18 जून 1922 को गुजरात के मेहसाणा में हुआ था.