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Representational Image प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 6 फरवरी, 2023 को बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह (IEW) 2023 का उद्घाटन करेंगे. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री वैश्विक तेल और गैस सीईओ के साथ गोलमेज बातचीत में भाग लेंगे. वह ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कई पहल भी शुरू करेंगे. आपको बता दें कि IEW, एक G20 इवेंट है, जो 6 से 8 फरवरी के बीच बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा. इसका उद्देश्य एनर्जी ट्रांजिशन पावरहाउस के रूप में भारत की बढ़ती शक्ति को प्रदर्शित करना है.
इस कार्यक्रम का हिस्सा दुनिया भर के 30 से अधिक मंत्री बन रहे हैं. भारत में ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 प्रदर्शक और 500 वक्ता एकत्रित होंगे. इस बीच, मोदी 12 राज्यों में तेल विपणन कंपनियों की 84 खुदरा दुकानों पर E20 फ्यूल लॉन्च करेंगे.
क्या है E20 फ्यूल
पीएम मोदी स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक खास कदम उठा रहे हैं. पीएम मोदी बेंगलुरु में E20 ईंधन पेश करने जा रहे हैं, जो कि 20% इथेनॉल के साथ संयुक्त पेट्रोल है. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ रही है, लेकिन ज्यादातर लोग उन्हें नहीं खरीद सकते है. हालांकि, E20 या फ्लेक्स फ्यूल, सामान्य वाहनों के साथ ही प्रदूषण को कम करने के लिए एक बढ़िया विकल्प दे रहा है.
"E20" में 20 प्रतिशत इथेनॉल और 80 प्रतिशत पेट्रोल होता है. E का मतलब इथेनॉल और 20 का मतलब है पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा. यह नंबर जितना ज्यादा होगा इथेनॉल की मात्रा पेट्रोल में उतनी ही ज्यादा होगी. पेट्रोल के साथ भारत का वर्तमान इथेनॉल मिश्रण 10 प्रतिशत है, जो कि पहले से कहीं अधिक है. कई रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि सरकार जल्द ही, भारत में आम जनता के लिए E20 ईंधन को उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है.
आपको बता दें कि इथेनॉल बायोमास से बनता है, इसलिए उसे कच्चे तेल की जरूरत नहीं होती. इथेनॉल ज्यादातर मकई और गन्ना जैसी फसलों से मिलता हैं. भारत अनाज और गन्ने की अच्छी खेती होती है इसलिए ऑटोमोबाइल के लिए ज्यादा से ज्यादा इथेनॉल बनाना संभव है.
E20 फ्यूल के फायदे